होम्योपैथी महासंघ का विश्व होम्योपैथी दिवस समारोह
अयोध्या। स्वयं को जानने की दृष्टि ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का प्रमाण है और इकाई से ही समष्टि बनती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करते हुए स्वस्थ सेवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुचाते हुए होम्योपैथ या सभी चिकित्सक राष्ट्रनिर्माण में योगदान कर सकते हैं। उक्त विचार होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष व होम्योपैथी महासंघ के संरक्षक डॉ. बी. एन. सिंह ने होम्योपैथी चिकित्सा विकास महासंघ द्वारा विश्व होम्योपैथी दिवस समारोह के अवसर पर झुनझुनवाला सभागार में आयोजित ष्स्वस्थ व्यक्ति समरस समाज व समर्थ राष्ट्र निर्माण में होम्योपैथ की भूमिका विषयक संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये।
समारोह की शुरुआत होम्योपैथी के जनक डॉ हैनिमैन के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ववलन से हुई जिसके बाद झुनझुनवाला इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. गिरिजेश त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कालेज के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रो. डॉ राजेन्द्र सिंह राजपूत ने भारतीय जीवनशैली की वैज्ञानिकता को पुष्ट करते हुए स्व में स्थित होने को ही स्वास्थ्य बताया और कहा इससे मन विचार में आई समरसता समाज मे स्थापित होती हुई वसुधैव कुटुम्बकम का विस्तार प्राप्त कर सकती है। स्वास्थ्य के चार प्रमुख आयामो में शरीरिक, मानसिक,सामाजिक, एवं आत्मिक में सन्तुलन से व्यक्ति का चित्त प्रसन्न और मेधा प्रखर होगी तो उसका सामाजिक व्यवहार सहज समरस इसप्रकार राष्ट्र निर्माण उद्देश्य पूर्ण होगा। विशिष्ट अतिथि पूर्व सीसीएच सदस्य डॉ. अनुरुद्ध वर्मा ने संगोष्ठी के विषय एवं प्रबोधन को सामयिक बताते हुए होम्योपैथी के लिए महासंघ के निरन्तर प्रयासों को व्यवहारिक बताया । महासंघ सचिव डॉ. दीपक सिंह ने निजी चिकित्सक व सरकार के अनुबंध आधारित सेवा व निश्चित मानदेय के सुझाव पर जनहित में अमल किये जाने के लिए राजनैतिक इच्छाशक्ति व नीयत की आवश्यकता बताई। समारोह का संचालन कर रहे महासंघ के महासचिव व संगोष्ठी के संयोजक डॉ. उपेन्द्र मणि त्रिपाठी ने बताया विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल से स्वस्थय प्रबोधन जागरूकता अभियान 10 अप्रैल डॉ हैनिमैन जयंती के बाद 14 अप्रैल श्रीराम नवमी एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती की महत्वपूर्ण तिथियों को संयोजित करते हुए ही संगोष्ठी का विषय सुनिश्चित किया गया जो स्वस्थ व्यक्ति निर्माण से स्वस्थ लोकतंत्र की स्थापना के संकल्प के साथ समर्थ राष्ट्रनिर्माण की सिद्धि तक जाता है। इसमे भिन्न जनपदों से होम्योपैथी चिकित्सक, छात्र, व एक दर्जन से अधिक स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारियों , वैज्ञानिको, प्रबुद्धजनों, पूर्व सैनिकों , ने स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में अपने योगदान के लिए शत प्रतिशत मतदान को संकल्प लिया। स्वास्थ्य के सामाजिक आयाम को संतुलित करने में समाजसेवी व्यक्तियों के कार्यो के लिए मालती, भारती सिंह, डॉ आभा सिंह, डॉ. पद्माकर त्रिपाठी, अनीता द्विवेदी, डॉ. ओम प्रकाश शुक्ल, डॉ. चन्द्र गोपाल पांडेय, शोभनाथ, हरिश्चंद्र, अवधेश, डॉ. प्रियंका, सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले सुरेश व स्वाति आदि को मेसेंजर ऑफ हेल्थ सम्मान दिया गया।इस अवसर पर शिव मूर्ति , एडवोकेट शैलेन्द्र, डॉ सुदीप, डॉ अविनाश, डॉ कुलदीप, डॉ अनुराग, डॉ. इंदु प्रकाश, प्रमोद , आकांक्षा, हिंदी प्रवक्ता ज्ञानेंद्र मणि त्रिपाठी, डॉ. अखिल मिश्र,सहित बड़ी संख्या में होम्योपैथी छात्र छात्राएं शिक्षक, महिलाएं, एवं आमजन उपस्थित रहे।