– शिकायतकर्ता को मैनेज करने आया था मंदिर कार्यशाला, 16.69 लाख लोगों से ले चुका है साढ़े 10 करोड़ का आर्डर
अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के प्रसाद और मंदिर मॉडल व सिक्का आदि की ऑनलाइन डिलेवरी के नाम पर ठगी के मामले में साइबर थाना पुलिस ने अमेरिका निवासी अप्रवासी आशीष सिंह को गुरुवार को गिरफ्तार किया है। वह एक शिकायतकर्ता को मैनेज करने अमेरिका से रामजन्मभूमि कार्यशाला आया था। मूल रूप से गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित वैभव खंड के विंडसोर पार्क निवासी आशीष खादी आर्गेनिक नामक बेसाइट के माध्यम से 19 दिसंबर से अब तक देश-विदेश के 16.69 लाख लोगों से समारोह के प्रसाद की फ्री डिलेवरी और मंदिर मॉडल व सिक्का आदि की आपूर्ति के नाम पर साढ़े 10 करोड़ से ज्यादा का आर्डर ले चुका है। प्रकरण में खादी ग्रामोद्योग विभाग की ओर से पूर्व में लखनऊ में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
खादी आग्रेनिक नामक बेबसाइट के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के प्रसाद की फ्री और समारोह के उपलक्ष्य में टी-शर्ट, राम मन्दिर माडल, चांदी के सिक्के, गमछा, झण्डे आदि की डिलेवरी के नाम पर देश-विदेश के लोगों को ठगा जा रहा था। फ्री प्रसाद के लिए डिलेवरी चार्ज के रूप में भारतीय नागरिकों से 51 रुपये और विदेशियों से एक डॉलर लिया जा रहा है। भुगतान के लिए कैश ऑन डिलेवरी और ऑनलाइन का विकल्प दिया गया है। रामजन्मभूमि कार्यशाला निवासी चंदन राय ने आशीष को फोनकर इस फर्जीवाड़ा का अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी, जिसके चलते वह चन्दन से मिलकर मामले को सुलझाने के लिए अमेरिका से यहां आया था और साइबर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सीओ क्राइम आशीष निगम ने बताया कि खुद को नॉर्थ ईस्टर्न विश्विद्यालय सेटल अमेरिका का प्रोफ़ेसर बताने वाले आशीष सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
उसके पास से एक लैपटॉप, दो आईफोन तथा पासपोर्ट,एक काला पिट्ठू बैग, कोविड प्रमाण पत्र, दिल्ली मेट्रो कार्ड,हेल्थ कार्ड, पांच डेबिट कार्ड,वाशिंगटन का ड्राइविंग लाइसेंस, दो आधार कार्ड, एक हवाई यात्रा का टिकट,एक कास्ट्को कार्ड, एक डेल्टा कार्ड ,एक ड्रिल मैप कार्ड,13970 रूपये व 16 अमेरिकी डालर बरामद हुए हैं। आशीष ने बताया है कि वह अमेरिका से 13 जनवरी को भारत आया था । 19 दिसंबर से 12 जनवरी तक 16,69,620 लोगों ने 6,49,92,111 रुपये का सामान कैश ऑन डिलीवरी समेत कुल 10,49,45,065 रुपये का आर्डर किया है।
सीओ ने बताया कि ठगी गई रकम फ्रीज कराई जा रही है और साइबर थाना प्रभारी आलोक वर्मा ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और पासपोर्ट अधिनियम के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। अदालत के समक्ष प्रस्तुत किये जाने पर सहायक अभियोजन अधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में लिए जाने की पैरवी की। प्रभारी सीजेएम आमिर हुसैन की अदालत ने उसको न्यायिक अभिरक्षा में लेकर 31 जनवरी तक के लिए कारागार भेजवाया है।