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अयोध्या को विश्व स्तरीय स्थल बनाने के लिए समन्वय से कार्य करें अधिकारी : दुर्गा शंकर मिश्र

-मुख्य सचिव ने अयोध्या के निर्माणाधीन विकास कार्यों का किया निरीक्षण

अयोध्या। सूबे के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र रविवार को रामनगरी अयोध्या के निर्माणाधीन विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया गया तथा श्री राम कथा संग्रहालय में अयोध्या विजन 2047 के कार्यो की समीक्षा की गयी। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी अधिकारी अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने के उद्देश्य से समन्वय से कार्य करें। मेरे द्वारा प्रत्येक माह इसकी समीक्षा की जायेगी। बैठक में उपस्थित शासन के प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपने-अपने विभाग के कार्यों को देखने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या के नगर के विकास के जो कार्य हो रही है उसके साथ साथ मलिन बस्तियों के विकास के लिए सूडा/डूडा कार्य योजना बनाकर नगर विकास के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही करें। मुख्य सचिव के समक्ष बिन्दुवार प्रस्तुतीकरण आयुक्त अयोध्या श्री गौरव दयाल द्वारा किया गया। मुख्य सचिव द्वारा आज प्रातः काल से विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया गया। उसके सम्बंधित कार्यो का भी समीक्षा बैठक में उल्लेख किया गया।

समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव द्वारा प्राथमिकता तय करके निर्माण सम्बंधी कार्यो को बरसात के पूर्व पूरा करने के निर्देश दिये तथा कहा कि कार्यो के गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न हों सभी कार्यो को तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि जनपद अयोध्या में आज की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव के समक्ष 98 क्रियात्मक परियोजनाओं जिसकी कुल लागत 21831 करोड़ है, जिसमें 31 कार्यकारी विभाग लगे है, समीक्षा बैठक में विवरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्रथम चरण में रामपथ सहादतगंज से नयाघाट, भक्ति पथ श्रृगार हाट से जन्मभूमि तक, जन्मभूमि पथ बिड़ला धर्मशाला से जन्मभूमि तक आदि की समीक्षा की गयी तथा मौके पर उपस्थित अभियन्ताओं से सम्बंधित कार्य को समय से पूरा करने के निर्देश दिये गये। इसके अलावा नयाघाट से साकेत पेट्रोल पम्प के मार्ग को भी और बेहतर बनाने तथा आम श्रद्वालुओं के प्रयोग हेतु बनाने के निर्देश दिये गये। इसके अलावा अयोध्या बिल्हरिघाट मार्ग के चैड़ीकरण, अयोध्या बसखारी मार्ग, अयोध्या रायबरेली मार्ग, अयोध्या, सुल्तानपुर मार्ग आदि के बिन्दुओं पर गहन समीक्षा की गयी।

अयोध्या विजन से सम्बंधित सभी कार्यो को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा करने के निर्देश दिये गये। कतिपय विभागों द्वारा विभाग के अधिकारियों द्वारा अपने कार्य पूर्ण के समय सीमा को स्वयं बदल दिया जाता है इस ओर मुख्य सचिव का ध्यान अयोध्या आयुक्त द्वारा आकृष्ट किया गया। इस पर मुख्य सचिव ने प्रमुख सचिव की उपस्थिति में निर्देश दिया कि अपने हिसाब से अधिकारीगण समय सीमा परिवर्तन न करें और बेहतर ढंग से समन्वय के साथ कार्यो को पूरा करें। जो अयोध्या में अयोध्या कैंट से अयोध्या मुख्य मार्ग (रामपथ) से हनुमानगढ़ी होते हुये श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य करने के निर्देश दिये गये। विभागवार समीक्षा में सम्बंधित विभाग के अधिकारी अपने अपने विभाग से सम्बंधित कार्यो को अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। अयोध्या विजन के तहत चल रही परियोजनाओं का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाय। परियोजनाओं में लोक निर्माण विभाग, रेलवे, ऊर्जा, परिवहन, चिकित्सा, शिक्षा, नगर विकास, पर्यटन, सिंचाई, सेतु निगम आदि विभागों की प्रमुख योजनाएं हैं।

मुख्य सचिव ने अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी बनाए जाने तथा इसके धार्मिक एवं सांस्कृतिक के अनुरूप कार्य करें जिन कार्यों को पूरा होना है। मुख्य सचिव ने कहा कि जल्द ही बदलेगा अयोध्या का स्वरूप अयोध्या धाम अपने नाम के अनुकूल भव्यता एवं आकर्षण को बढ़ाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। अयोध्या धाम विश्वस्तरीय नगरी में होगा शुमार। अयोध्या सनातन धर्म का होगा केंद्र बिंदु, अयोध्या में पर्यटन संस्कृति एवं धार्मिक रूप से सुनियोजित विकास का कार्य तेजगति से चल रहा है, चल रहे विकास कार्यों को और तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये गये। अयोध्या में ही एनएच 27 बाईपास से निकलकर मोहबरा बाजार होते हुए टेढ़ी बाजार श्री राम जन्मभूमि तक फोरलेन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अयोध्या सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 330 से पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक फोरलेन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। अयोध्या सहित अन्य सभी मार्गों के अयोध्या अकबरपुर-बसखारी मार्ग पर प्रस्तावित मया बाजार फोरलेन बाईपास, सोहावल से नवाबगंज होते हुए विक्रमजोत तक बाईपास/रिंगरोड, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का सुधार एवं विकास, एनएच 227 बी, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का विकास, स्मार्ट रोड धर्म पथ, परिक्रमा मार्ग का विकास, जनपद अयोध्या गुप्तार घाट तक तटबंध के निर्माण हरिश्चंद्र उदय रेस्टोरेशन कार्य पूर्ण हो चुका है।

इसके अलावा वाराणसी लखनऊ रेल सेक्शन दर्शन नगर के पास फोरलेन रेल ऊपरीगामी क्षेत्र का, 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर सूर्य कुंड स्थित रेलवे समपार संख्या 105 पर 2 लेन उपरिगामी सेतु का कार्य, फतेहगंज समपार संख्या 118ए पर 2 लेन ऊपरीगामी सेतु, टेढ़ी बाजार चैराहा पूर्वी वाहन पार्किंग एवं दुकानों, निर्माण कार्य, कौसलेस कुंज में वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कार्य, कुंडों, घाटों सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण कार्य की समीक्षा की गई। इस समीक्षा में आयुक्त द्वारा रामपथ, भूक्ति पथ, रामजन्मभूमि पथ, धर्मपथ के चैड़ीकरण एवं विस्तारीकरण, तीनों मार्गो के फसाड सौन्दर्यीकरण, बिल्हरघाट के बन्धा मार्ग के चैड़ीकरण, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग, सोहावल से नवाबगंज होते हुये विक्रमजोत तक बाईपास रिंग रोड निर्माण, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग, ग्रीन फील्ड टाउनशिप योजना, मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, लम्बित परियोजनायें, अवध बस स्टैंड के निकट आश्रय गृह निर्माण योजना, अयोध्या के 33 पार्को का कायाकल्प, मास्टर प्लान 2031 फेस-2, अटल आवासीय विद्यालय, जलकल अमानीगंज में वाहन पार्किंग, टेढ़ीबाजार चैराहा की वाहन पार्किंग, अयोध्या कलेक्ट्रेट के निकट स्मार्ट वाहन पार्किंग, स्थापित दुकानदारों के दुकान आवंटन, साकेत सदन, कौशलेश कुंज, नगर निगम के कार्यालय भवन, अयोध्या बाईपास का सौन्दर्यीकरण, अयोध्या सीवेट ट्रीटमेंट प्लांट, नाका रायबरेली कल्याण मण्डप का निर्माण, मुक्ति/बैकुण्ठ धाम, अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय, अयोध्या में खाद्य औषधि प्रयोगशाला तथा मण्डलीय कार्यालय के निर्माण कार्य आदि की गहन समीक्षा की गयी। मुख्य सचिव ने कहा कि मैं पुनः अगले माह आऊंगा आप लोग ऐसे कार्य करे कि अयोध्या का स्वरूप अगली बार अच्छे से अच्छा दिखे।अन्त में मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने कहा कि जो सुझाव प्राप्त हुये है उसको पूरी ईमानदारी से पूर्ण किया जायेगा तथा हम लोगों का सौभाग्य है कि मुख्य सचिव को जो मार्गदर्शन प्राप्त हुये है उनको और बेहतर ढंग से ईमानदारी से किया जायेगा।

बैठक में अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चैहान, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात, अपर पुलिस महानिदेशक जोन पीयूष मोडिया, आवास आयुक्त रणदीप प्रसाद, मण्डलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर सहित अयोध्या विजन से जुड़े हुये विभागों के अधिकारी, अभियन्ता आदि उपस्थित थे।

इसके पूर्व ममुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान प्रातःकाल गार्ड आफ ऑनर के उपरांत सरयू अतिथि गृह परिसर में अशोक के वृक्ष रोपित कर विभिन्न विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण का शुभारम्भ किया। उन्होंने सर्वप्रथम रामकथा पार्क परिसर में प्रस्तावित होटल/गेस्ट हाउस निर्माण के लिए चयनित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया जहां उपस्थित सम्बंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। एल0एन0टी0 के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि प्री कास्ट मैटेरियल से इस गेस्ट हाउस का निर्माण किया जायेगा। इसे 35 दिनों में ही पूर्ण कर लिया जायेगा। भारत में पहली बार इस प्रकार की बिल्डिंग निर्माण की तकनीकी का प्रयोग किया जाना प्रस्तावित है, इसमें 5 स्टार की सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्य सचिव ने अयोध्या विकास प्राधिकरण की कलर थीम पर ही निर्माण करने तथा अयोध्या थीम के अनुसार ब्रांडिंग करने के निर्देश दिये।

तदोपरांत चौधरी चरण सिंह घाट पर जेटी निर्माण एवं अयोध्या हाट निर्माण हेतु चयनित स्थलों का भौतिक निरीक्षण किया तथा उसमें उपलब्ध होने वाली सुविधाओं पुष्पक विमान क्रूज एवं हाउस वोट आदि की विशेषताओं के बारे में चयनित संस्था से जानकारी ली। इस दौरान यहां पर अयोध्या के गुप्तार घाट के समीप स्थित 70 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैले हुये आइलैंड पर राम चरित मानस के 07 कांडों की थीम पर आधारित विकसित किये जाने वाले राम चलित मानस टेण्ट सिटी में श्रद्वालुओं/पर्यटकों को उपलब्ध कराये जाने वाले सुविधाओं से अवगत हुये। तत्पश्चात भारत एवं कोरिया के राजनायिक सम्बंधों पर विकसित किये गये क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस पार्क की ऐतिहासिक विशेषताओं एवं पार्क सम्बंधी विस्तृत जानकारी को डिजिटलाइज्ड कर पार्क में क्यूआर कोड लगाये जाये जिससे पर्यटक अपने मोबाइल के माध्यम से इसके ऐतिहासिक महत्व की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकें तथा इसकी एक शार्ट फिल्म भी बनायी जाय व पार्क में कोरियन प्लांट भी रोपित करने के निर्देश दिये।

तदोपरांत मुख्य सचिव ने भजन संध्या स्थल का निरीक्षण कर वहां पर प्रस्तावित इवेंटस प्लानों की जानकारी ली तथा परिसर की सफाई कराने, रिटेनिंग वाल पर राम आधारित थीम पर पेटिंग कराने तथा परिसर में फूड कोर्ट संचालित करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आई0जी0 प्रवीण कुमार व एसएसपी राजकरण नय्यर को अयोध्या धाम में सभी बैरीकेटिंग को अयोध्या थीम के अनुसार एकरूपता लाने के उद्देश्य से आकर्षक ढंग से पेटिंग कराने के निर्देश दिये। तदोपरांत मुख्य सचिव ने राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ तथा प्रस्तावित सुग्रीव पथ (हनुमानगढ़ी से सुग्रीव किला के समीप जन्मभूमि पथ तक) का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव द्वारा श्री हनुमानगढ़ी एवं श्रीरामलला विराजमान मंदिर का भी दर्शन पूजन किया गया तथा श्रीराम मंदिर निर्माण परिसर में चल रहे निर्माण कार्यो की जानकारी ली।

श्रीराम जन्मभूमि न्यास के सदस्यों एवं अभियन्ताओं के साथ ली गयी। उन्होंने रामपथ के फेज-1 (नयाघाट से उदया चैराहा) के कार्य को 31 अक्टूबर 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस हेतु पथ पर एक साथ कई जगहों पर कार्य किये जाये। जन्मभूमि पथ के किनारे के भवनों/दीवारों को आकर्षक भित्ति चित्र आदि माध्यमों से सजाने तथा वहां पर सिर्फ डिजिटल विज्ञापन की एलईडी ही लगाये जाने के निर्देश दिये। भक्ति पथ के निरीक्षण के समय उन्होंने सीवर लाइन/डक्टों की स्लेव पर कार्विंग करा दें, जो साकेत से सम्बंधित थीम पर आधारित हो तथा समस्त पथों पर स्टेट बेंचेज, पथों के किनारें स्ट्रीट लाइटों के पोल की संरेक्षण में हों।

मुख्य सचिव ने होम स्टे के अनुभव को किया साझा


अयोध्या। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा अयोध्या में आने वाले आम लोगों एवं श्रद्धालुओं के लिए होम स्टे/पेइंग गेस्ट योजना के तहत पात्र लोगों को प्रमाण पत्र दिया गया। मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या में दो प्रकार के लोग आयेंगे। पहला वह आएगा जो दर्शन पूजन करके एक-दो दिन में चले जायेंगे तथा दूसरे वे प्रकार के श्रद्वालु आयेंगे जो आस्था से सराबोर एक माह जैसे कार्तिक माह आदि में एक माह तक निवास कर पूजन एवं दर्शन करेंगे। ऐसे योजना में आम लोगों और श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में अभी तक सरकारी गैर सरकारी होटल/धर्मशाला क्षेत्रों में है जो पर्याप्त मात्रा में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को स्थान नहीं मिल रहा।

इसके लिए आम लोगों से जिनके पास आवासीय सुविधा है उनसे प्रयास करके यह किया गया कि लोग अपने घरों को होम स्टे के रूप में विकसित करें तथा इनका पर्यटन विभाग के पोर्टल पर इनके आवासीय परिसर का विवरण दे दिया जायेगा और श्रद्धालु/आम लोग अपने पसंदीय स्थल का लोकेशन एवं कमरे की स्थिति जान सकता है तथा वह अपनी सुविधानुसार निर्धारित दर पर बुकिंग कर सकता है तथा ऐसे आवास/धर्मशालाओं के मालिकों को नियमानुसार उनसे निर्धारित दर लेना होगा उनको पूर्ण रूप से शाकाहार भोजन उनकी सुविधानुसार दिया जायेगा। इसका मेरा खुद जीवन का अनुभव है मैं एमबीए करने के लिए आस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में गया वहां पर होम स्टे/पेइंग गेस्ट की सुविधा थी उसमें से सम्बंधित शिक्षण संस्थान से सूची लेकर होम स्टे के लिए एक श्रीलंकाई दम्पत्ति का घर चुना। उस दम्पत्ति से मेरा बहुत गहरा रिश्ता हो गया वह मेरे लड़की की शादी में सिडनी से चलकर भारत आया था तथा वह परिवार मेरे छात्र जीवन में बहुत ध्यान रखते थे। जो एक आत्मिय रिश्ता की ओर इंगित करता है।

वैसे आप सभी लोग जो होम स्टे योजना से आप अपने को लगभग 100 लोग जोड़ रहे है यह बहुत ही सराहनीय एवं स्वागत योग्य है। अयोध्या वैसे भी धार्मिक नगरी है यहां जो लोग आयेंगे उनका आदर सत्कार करेंगे और अयोध्या की परम्परा से आप उनको अवगत होने के लिए मौका देंगे। भगवान राम के काल में भी लंका विजय के बाद अयोध्यावासियों ने बाहरी लोगों का स्वागत एवं सम्मान किया था उस परम्परा को इस होम स्टे के माध्यम से बढ़ाने में आपको मदद मिलेगी और इस योजना में शामिल लोगों को मुख्य सचिव द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया गया।

उल्लेखनीय है कि इस योजना की शुरुआत मुख्य सचिव जी के निर्देश पर मंडलायुक्त श्री गौरव दयाल ने विगत सप्ताह शुरू किया था उसमें लगभग 5 दर्जन से ज्यादा लोगों को प्रमाण पत्र दिया गया। इस क्षेत्र में शामिल होने वाले अयोध्या के लगभग 160 व्यक्ति हो गये है इससे हमारी अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं के निवास करने के लिए समस्या का समाधान होगा। इस कार्यक्रम में व्यापक रूप से प्रकाश मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने डाला तथा सभी अधिकारी जिसमें मुख्य सचिव जी तथा प्रमुख सचिव गण, अपर पुलिस महानिदेशक जोन, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी नितीश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर, अपर जिलाधिकारी गण, उपनिदेशक सूचना डा. मुरलीधर सिंह, उपनिदेशक पर्यटन आर0पी0 यादव, परियोजना निदेशक आर0पी0 सिंह आदि सहित वरिष्ठ अधिकारी, समाजसेवी, पत्रकार बन्धु द्वारा सम्बंधित प्रमाण पत्र पाने वाले मकान मालिकों के साथ रामकथा संग्रहालय में फोटो सेशन कराया गया तथा मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि अगली बार से जो प्रमाण पत्र दिया जाय वह पूरा फ्रेमिंग कराकर दिया जाय जिससे वह अपनी दुकान आदि पर लगा सकें।

उक्त अवसर पर जिला प्रशासन एवं मण्डल प्रशासन के सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्य सचिव अपने भ्रमण के दूसरे चरण में कौशलेश कुंज, हनुमान कुण्ड, स्वर्ण खनि कुण्ड का निरीक्षण, श्मशान स्थल (मुक्ति धाम) का निरीक्षण, अन्तर्राष्ट्रीय बस स्टेशन के पास स्थित आडीटोरियम का निरीक्षण किया। तत्पश्चात ग्राम रामपुर हलवारा सोलर लाइन का निरीक्षण एवं वृक्षारोपण के कार्यक्रम में भाग लिया, साकेतपुरी में पेइंग गेस्ट योजना संचालकों का भौतिक निरीक्षण, अफीम कोठी (साकेत सदन) का निरीक्षण, एयरपोर्ट का निरीक्षण, भरतकुण्ड व समदा झील का निरीक्षण किया।

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