-विकास प्राधिकरण नहीं तैयार कर पा रहा है प्रारूप
सोहावल ।समदा झील पर्यटन की दृष्टि से पिछले वर्ष लगभग 67 हेक्टेयर में फैली और 9 करोड़ की लागत से शुरू हुई यह परियोजना पूरी तरह इकोटोरिज्म के रूप में बिकसित होना है। निर्माण में कंही भी सीक सरिया या सीमेंट आदि का प्रयोग नही होगा। बांध बना, पक्षियों का टीला, झील ,बृक्षारोपण आदि कर प्राधिकरण ने अब तक इतना कर दिया है कि सुबह शाम सैकड़ो लोग परिवार व बच्चों संग अब भ्रमण के लिए आने लगे है। इसके विकास की कड़ी में रिसोर्ट अस्पताल वाच टावर टेंट सिटी आदि तमाम व्यवस्थाओं को लेकर अब निजी सेक्टर से कार्य किया जाना शासन से तय किया गया है।
पूरे प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार करने में प्राधिकरण की टीम पिछले तीन महीनों से लगी है। लेकिन अब तक ड्राफ्ट तैयार नहीं कर पाई। समझा जाता है कि अपने और कुछ सत्तारूढ़ दल के सियासतदारों के चहेतों को गुपचुप लाभ देने के लिए प्राधिकरण ने अपनी पोर्टल से ही सब कुछ जारी करने की योजना बनाई है। पोर्टल पर ड्राफ्ट डाले जाने की पुष्टि सचिव प्राधिकरण सत्येंद्र सिंह सप्ताह भर पहले ही करते रहे है। लेकिन परियोजना का पीपी मॉडल पोर्टल से आज भी गायब है। पूँछे जाने पर प्राधिकरण पी एम सी टीम की प्रमुख रुचिता ने बताया कि ड्राफ्ट अभी तैयार हो रहा है। जल्द ही पोर्टल सहित विज्ञापन तक पहुँच जायेगा।