-बीमा से जीएसटी वापस लेने, पुरानी पेंशन नीति बहाल करने की मांग, बेरोजगारों को काम दो, निजीकरण नहीं चलेगा का लगाए नारे
अयोध्या। नार्थ सेन्ट्रल जोन इन्श्योरेंस इम्पलाइज फेडरेशन का 30वें प्रांतीय सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को बीमा कर्मचारी संघ कार्यालय में हुई। करीब 5 सौ डेलीगेट्स व प्रगतशील संगठन के सदस्यों ने जोरदार प्रदर्शन कर इंकलाब जिंदाबाद, हमारी लड़ाई जिंदाबाद, साझी शहादत, साझी विरासत जिंदाबाद, साम्रजायबाद मुर्दाबाद, तेरी तानाशाही नही चलेगी, बीमा से जीएसटी वापस लो, पुरानी पेंशन बहाल करो, बेरोजगारों को काम दो, निजीकरण धोखा है। आदि नारे बुलन्द किए। अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है आदि क्रांतिकारी नारे लगाते कार्यकर्ताओ का उत्साह प्रदेश अध्यक्ष कामरेड संजीव शर्मा, सचिव राजीव निगम व बीमा कर्मचारी संघ फैज़ाबाद डिवीजन के सचिव कामरेड रविशंकर चतुर्वेदी बढ़ा रहे थे। अध्यक्ष का. आरडी आनंद के नेतृत्व में लाल झंडे से लैस जुलूस जलकल आफिस के सामने पहुंचा।
शहीद भगत सिंह स्मृति ट्रस्ट, बीएसएनएल यूनियन, आयकर कमर्चारी संघ के साथियों ने फूल वर्षा करके स्वागत किया। संगठन का झंडारोहण प्रदेश अध्यक्ष का. संजीव शर्मा ने किया। बाद में शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। चेयरमैन डाक्टर अनिल कुमार सिंह ने स्वागत भाषण से किया।
बीमा कर्मचारी संघ कार्यालय में प्रान्तीय सम्मेलन में जुटे सैकड़ों सदस्य
-महासचिव व मुख्यवक्ता का. श्रीकांत मिश्रा ने कहा कि NCZIEF का यह 30वां सम्मेलन अच्छे समाज व सुनहरे भविष्य के लिए आगे बढ़े नारे के साथ सम्मेलन हो रहा है।उन्होंने कहा कि आज के दौर में भारत सरकार की तमाम नीतियों के बावजूद यदि एलआईसी का सार्वजनिक स्वरूप सुरक्षित रह सका है।
सत्तासीन दल बीजेपी और उसके नेतृत्व वाली सरकार की विभाजनकारी और कारपोरेट व पूंजीपरस्त नीतियों के खिलाफ जनता और वर्किंग क्लास को एकजुट रखते हुए संघर्ष को आगे ले जाने की चुनौती भी हमारे सामने है। कहा कि 2014 से लेकर अब तक सरकारी कलकारखानों को बेचा जा रहा है। एलआईसी यूनियन के संघर्ष के चलते बहुत सारी गलत नीतियों को लागू करने से संघर्ष ने रोका। नए रोजगार अवसर को खत्म किया जा रहा रहा है।राष्ट्रीयकृत उद्योगों को निजीकरण करते हुए देश को विनाश की राह पर ले जाने की कोशिश कर रही है, बैंक हो, एलआईसी हो या जनरल इंश्योरेंस हो उनका भी निजीकरण करते हुए देश को बर्बाद करने के लिए सरकार तुली हुई है, इस निजीकरण के मुहिम के खिलाफ हमारे संघर्ष की रूपरेखा क्या होगा यह सम्मेलन तय करेगा। संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष का. अमान उल्लाह खान ने कहा कि देश के सामने सबसे बड़ा मुद्दा है बेरोजगारी का है।
उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां 40 हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती के लिए 48 लाख बेरोजगार अप्लाई करते हैं। वैश्वीकरण और निजीकरण खिलाफ हम लोग संघर्ष की रूपरेखा तय करेंगे। सबसे बड़ी बात है यह तीसरा सम्मेलन रामनगरी अयोध्या में हो रहा है।
साथियों हम सबको एकजुट होकर श्रम विरोधी सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए तैयार रखना होगा। कार्यक्रम में प्रांतीय नेता का. राकेश कनोजिया, आरडी आनंद, रविशंकर चतुर्वेदी, बीएसएनएल यूनियन के अध्यक्ष तिलकराज तिवारी, शहीद भगतसिंह स्मृति ट्रस्ट के चेयरमैन सत्यभान सिंह, जनवादी लेखक संघ के अखिलेश सिंह, जेपी श्रीवास्तव, पूजा श्रीवास्तव, महावीर, रामजी तिवारी, शहीद शोध संस्थान के प्रबंधक सूर्यकांत पांडेय, देवकुमार मिश्रा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।