-निषाद समाज द्वारा 21 कन्याओं का माँ पाटेश्वरी मन्दिर में कराया गया समूहिक विवाह
अयोध्या। हर वर्ष की भाति इस वर्ष महराज निषाद राज की जयन्ती धूम धाम से मनाई गई जो रैली के रूप में पहलवान मुन्ना निषाद के घर (रेतिया)से चल कर हसनु कटरा नियावां चैक रिकाबगंज मिशन स्कूल होते हुए,थाना कैन्ट के पीछे माँ पाटेश्वरी देवी पर समाप्त हुआ। रैली में हजारों की संख्या में निषाद समाज की महिलाए पुरूष व बच्चें शामिल हुए।
निषाद जयन्ती पर 21 जोड़ों की समूहिक शादी भी समाज के द्वारा कराई गई और उन्हें उपहार भी भेट की गई। कायक्रर्म की मुख्य अतिथि फैजाबाद के सांसद लल्लू सिंह को 21 किलो की माला पहनाकर स्वागत किया गया। श्री सिंह ने बताया निषाद राज भगवान राम के विशेष शुभ चिन्तक थे। निषाद समाज के अध्यक्ष श्याम लाल निषाद ने कहां हम समाज को साथ लेकर चलेगें और आगे भी सामूहिक शादी निरन्तर करवाने का प्रयास करता रहूगा अरविन्द निषाद ने कहां महराजा निषाद राज जयन्ती एकता का मिशाल है।
आने वाले समय में निषादों का भविष्य उज्जवल रहेगा। महा मंत्री मोती राम निषाद ने कहा हमारे समाज में शिक्षा का अभाव है। हमारे समाज को शिक्षा पर जोर देना होगा। डा0 नानक शरन निषाद पूर्व सी0एम0ओ0 ने कहा समाज में शिक्षा को लेकर हम लोग निरन्तर प्रयासरत हैै। इस समाज के लोग आई0एस0,पी0सी0एस0 बनकर निकलें ऐसा हमारा मानना हैै। अरूण पहलवान ने कहा हमारे पिता स्व0 मुन्ना पहलवान की तरह मैं भी समाज को आगे बढ़ाने मेें निरन्तर कोशिश करता रहूंगा।
अयोध्या नगर निगम के मेयर गिरिश पति त्रिपाठी,महानगर अध्यक्ष भाजपा कमलेश श्रीवास्तव, राम कृष्ण निषाद , रामचरन निषाद, मनीराम निषाद, रम बहोर निषाद, राम आशीष निषाद, दुर्गेश निषाद, श्याम बाबू निषाद, अरविन्द पहलवान पूर्व अध्यक्ष, अरूण पहलवान कार्यकारी अध्यक्ष, कुष निषाद पूर्व अध्यक्ष, जीतेन्द्र निषाद पूर्व पार्षद, डाॅ0 विजय निषाद, पप्पू निषाद, राम मिलन निषाद, वीरन्द्र निषाद निर्मलीकुण्ड, राजकुमार निषाद नवाबगंज, जल्दू निषाद, टिर्रू निषाद, रामतीर्थ निषाद, राम शरण निषाद,हीरा लाल निषाद, संकटा निषाद एडवोकेट, समरजीत निषाद सभासद, राजीतराम निषाद प्रधान, आनिका प्रसाद प्रधान, सूरज निषाद, रामधन निषाद, हेमन्त निषाद, पतिराम निषाद, राहुल निषाद फौजी, जसपाल, अरविन्द निषाद रोशननगर, लड्डू निषाद, किशोर निषाद रूदौली राजकुमार ठेकेदार, राजा बाबू विकास निषाद, रामफल निषाद,विक्रम निषाद, पाँचू निषाद, सुन्दर निषाद, जमुना प्रसाद निषाद, आदि उपस्थित रहे।