मण्डलीय बैठक में बनवाये गये पशु आश्रयों व तमसा नदी के जीर्णोद्धार की हुई सराहना
अयोध्या। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मण्डलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये मण्डलायुक्त मनोज मिश्र ने जनपद अयोध्या में जिलाधिकारी डा0 अनिल कुमार द्वारा आवारां पशुओं व छुट्टा जानवरों के लिए बनवाये गये पशु आश्रयों तथा तमसा नदी की जीर्णोद्धार के लिये कराये गये कार्यो की सराहना करते हुये कहा कि जिस तरह से अयोध्या में आवारां पशुओं के लिए कार्य हुआ है उसी तरह अन्य जनपद भी पशुचर की जमीनों पर पशु आश्रय बनवायें तथा मनरेगा द्वारा किनारे-किनारे खाई की व्यवस्था करायें जिससे कि जानवर बाहर न जायें। उन्होनें कहा कि खाई की बाहरी तरफ मिट्टी डाले जिससे जानवर के भागने की समस्या कम रहेगी तथा यह वाटर रिचार्जिंग का कार्य करेगीं और खाई में पानी से जानवरो को पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था होगी। छाया के लिए वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण करायें। उन्होने कहा कि पशु आश्रय के अयोध्या प्रोजेक्ट की कापी सभी जनपदों को उपलब्ध कराई गयी है फिर भी अयोध्या को छोड़कर कहीं भी अच्छा कार्य नही हुआ है। उन्होनें कहा कि आवारां पशुओं को पकड़ने के लिए नगर निगम पशुपालन विभाग के साथ सहयोग करें। सभी सीबीओ यह सुनिश्चित करें कि शहरी/नगर पंचायत क्षेत्र में सभी जानवर रजिस्ट्रर हों। उन्होनें सांडो के बधियाकरण का अभियान चलाये जाने के निर्देश दिये ताकि उनकी आबादी न बढ़े।
बैठक में जिलाधिकारी अयोध्या डा0 अनिल कुमार ने तमसा नदी के जीर्णोद्धार के बारे मे बताते हुये कहा कि जनपद में इस योजना के अन्तर्गत 23 करोड़ की लागत से जनपद के 10 ब्लाकों के 82 ग्राम पंचायतों से होकर गुजरने वाली पौराणिक तमसा नदी का जीर्णोद्धार किया जायेगा जिसकी लम्बाई 148.6 कि0मी0 है। उद्गम स्थल पर इसकी चौड़ाई 12 मीटर है जो आगे चलकर 30 मीटर तक होगी। इस योजना के अन्तर्गत सभी ग्राम पंचायतों मे एसडीएम और सीडीओ द्वारा एक साथ कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है। जिससे स्थानीय लोगो को रोजगार उपलब्ध हो रहा है और उसमें लगभग 15 से 16 हजार मजदूर तेजी से कार्य कर रहे है, बरसात से पहले कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य है। उन्होनें बताया कि जहां पर पानी अथवा कचड़ा है और वहां पर मेन पावर कार्य नही कर सकता वहां पर जेसीबी से कार्य होगा। उन्होनें कहा कि तमसा नदी का जीर्णोद्धार कराये जाने से जिन कृषकों का खेत तमसा नदी के किनारे है को जलभराव से बचाया जा सकेगा तथा तमसा नदी के मुख्य बहाव क्षेत्र के पांच किमी0 में पड़ने वाले समस्त नालो को नदी में जोड़ने तथा समस्त तालाबो,ं झीलों, पोखरों, कुएं, कुण्ड का जीर्णोद्धार किया जायेगा जिससे वर्षा जल को संरक्षित करते हुये जल संरक्षण और वाटर रिचार्जिंग किया जा सकेगा। इस परियोजना के पूर्ण होने पर नदी के आस-पास के गांव में जल संर्वधन की क्षमता बढ़ेगी जिससे फसलें अच्छी होगी और मिट्टी में नमी बरकरार रहेगी। इससे किसानो के फसलोउत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होनें कहा कि इसके अन्तर्गत जिन ग्राम पंचायतो द्वारा सर्वाधिक रोजगार सृजन व कार्य को पहले पूरा किया जायेगा से सम्बन्धित ग्राम पंचायत में आगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन व अन्य कार्यो में प्राथमिकता दी जायेगी। तमसा नदी के किनारे बनाये गये बन्धों पर योजनान्तर्गत वृक्षारोपड़ कराया जायेगा। जिससे पर्यावरण संन्तुलित होगा।
मण्डलायुक्त श्री मिश्र ने जनपद अयोध्या में तमसा नदी के सफाई कराये जाने के तर्ज पर मण्डल के अन्य सम्बन्धित जनपदो को भी प्लान तैयार कर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होनें बताया कि तमसा नदी सफाई के तर्ज पर ही गोमती नदी के सफाई का कार्य भी किया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में बताया गया कि मण्डल में 6 करोड़ बच्चों को एमआर के टीके लगाये जा चुके हैं मण्डलायुक्त ने टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिये, उन्होनें कहा कि इससे 9 माह से 15 वर्ष तक का कोई भी बच्चा छूटने न पाये। मण्डलायुक्त ने सभी अस्पतालों के प्रवेश द्वार पर ही अग्निशमन यन्त्र लगायें जिससे इमेरजेन्सी में सामने होने के कारण इसका उपयोग समय पर हो सके। मण्डल में आशा बीजिट में काफी सुधार हुआ है, न्यू-वार्न कवरेज में और सुधार की आवश्यकता है। ओडीएफ प्लस के अन्तर्गत 341000 शौचालयों के निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष 1153 शौचालय ही बन पाये हैं, मण्डलायुक्त ने लक्ष्य को निर्धारित समय सीमा पर पूर्ण करने के लिये तेजी से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होनें ग्रामों के सत्यापन कार्य को भी तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि जनपद बाराबंकी में मिड-डे-मील योजना में कमियां प्राप्त हुई है अन्य जनपद के जिलाधिकारी भी मिड-डे-मील योजना को चेक करायें। मण्डलायुक्त ने संयुक्त गन्ना आयुक्त को किसानो के गन्ना के भुगतान को निर्धारित समय में देने तथा इसकी सूचना हर हफ्ते उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि इस समय किसानो को गेहूँ की सिंचाई के लिये पानी की आवश्यकता है अतः सिचांई विभाग नहरों मे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराये। जिससे किसान समय से फसलो की सिंचाई कर सके। उन्होनें विद्युत विभाग को खराब ट्रांसफार्मरो को समय से बदलने तथा विद्युत आपूर्ति रोस्टर के हिसाब से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में जिलाधिकारी अयोध्या डा0 अनिल कुमार, जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर सुरेश कुमार, जिलाधिकारी अमेठी शकुन्तला गौतम तथा मण्डल व जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।