-राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अवसरों एवं चुनौतियों को लागू करने के नवाचार स्टार्टअप और उद्यमिता की भूमिका की खोज विषय पर हुआ सेमिनार
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग एवं इग्नू अध्ययन केन्द्र अयोध्या के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अवसरों एवं चुनौतियों को लागू करने के नवाचार स्टार्टअप और उद्यमिता की भूमिका की खोज विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. नितेश धवन, स्टेट डायरेक्टर खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग लखनऊ ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के जरिए सभी सतत विकास लक्ष्यों को नीतिगत तरीके से प्राप्त किया जा सकता है। इसमें मुख्य रूप से सुलभ एवं गुणात्मक शिक्षा प्रणाली के द्वारा कौशल अन्तराल एवं बेरोजगारी उन्नयन को कौशल विकास एवं नवाचार के जरिए कम किया जा सकता है। वर्ष 2016 में भारत में कुल 445 स्टार्टअप थे जो वर्तमान में बढ़कर लगभग एक लाख की संख्या में हो चुके है।
सेमिनार में उन्होने विद्यार्थियों को खादी एवं ग्रामोद्योग अयोग द्वारा स्टार्टअप के लिए सब्सिडी एवं ग्रान्ट की सुलभता हेतु किये जाने वाली प्रक्रिया पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। छात्रों की रचनात्मकता एवं उनकी सोच के अनुरूप नवाचार को उद्यम में परिवर्तित करने हेतु अटल टिकरिंग लैब की उपयोगिता के बारे में जागरूक किया। सेमिनार में की-नोट स्पीकर के रूप में इग्नू क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ में वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का सही उपयोग छात्रों को अपनी रूचि के अनुरूप विषयों का चयन करने एवं उसका उपयोग नवाचार के माध्यम से स्टार्टअप एवं उद्यमिता को विकसित करने के लिए है। साथ ही उन्होने एन०ई०पी० में किये गये आंशिक बदलाव जो पूर्व में विज्ञान तकनीकी अभियांत्रिकी कला की जगह अब विज्ञान तकनीकी अभियांत्रिकी कला एवं गणित के बारे में बताया तथा शिक्षा प्रणाली में ऐकेडमिक बैक ऑफ क्रेडिट की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। जिसमें छात्रों को एक साथ दो डिग्री प्राप्त करने एवं सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा करते हुए अपने एकेडमिक स्कोर को बढ़ाने पर बल दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष एम०बी०ए० एवं समन्वयक इग्नू अध्ययन केन्द्र अयोध्या प्रो० हिमांशु शेखर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सेमिनार की पृष्ठ भूमि पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को अतिथियों द्वारा दिए गए व्याख्यान द्वारा अधिक से अधिक लाभान्वित होने एवं इसका उपयोग अपने छात्र जीवन में ही करने पर प्रेरित किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इग्नू क्षेत्रिय कार्यालय लखनऊ के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ० कीर्ति विक्रम सिंह ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया एवं सभी छात्रों को इग्नू द्वारा चलाए जा रहे पाठ्यक्रमों से अधिक से अधिक लाभान्वित होने हेतु अवगत किया।
कार्यक्रम का संचालन विभाग के प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ० राना रोहित सिंह इग्नू अध्ययन केन्द्र के सहायक समन्वयक डॉ० आशुतोष कुमार पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी डॉ० श्रीश अस्थाना, डॉ0 महेन्द्र पाल सिंह, डॉ० अंशुमान पाठक, डॉ० राजेश कुमार, डॉ० रामजीत यादव, डॉ० आशीष पटेल, डॉ० निमिष मिश्रा, अनुराग तिवारी, जूलियस कुमार, डॉ० कपिल देव, नवनीत श्रीवास्तव, डॉ० प्रवीण राय, डॉ० प्रियंका सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।