राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद पदाधिकारियों ने अर्पित की श्रद्धांजलि
अयोध्या। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के पूर्व प्रान्तीय अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य स्व0 बी0एन0सिंह की 20वीं पुण्यतिथि जिला अध्यक्ष ओ0पी0सिंह की अध्यक्षता में राजकीय आई0टी0आई0 बेनीगंज परिसर में श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनायी गयी जिसका संचालन परिषद के जिलामंत्री महेश चन्द्र तिवारी ने किया। सर्वप्रथम स्व0 श्री सिंह के चित्र पर माल्यार्पण करके पुष्प व धूप-दीप से श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। सभा में उपस्थित सभी वक्ताओं ने स्व0 सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 26 फरवरी 1966 को परिषद की स्थापना के बाद से ही स्व0 सिंह अपना ने महत्वपूर्ण योगदान देना शुरू कर दिया था। यहाॅ तक कि वर्ष 1966-67 के हड़ताल में निष्कासित कर्मचारियों की सहायता के लिए लखनऊ के महानगर में स्थित आवासीय प्लाट बेंच दिया था। वे अपने धुन के पक्के थे तथा दूरदर्शिता के साथ जो इरादा कर लेते थे उस पर डटे रहते थे। वर्ष 1986 में केन्द्रीय वेतन आयोग के आधार पर राज्य कर्मचारियों को समानता का वेतनमान दिलाने में निर्णायक संघर्ष का नेतृत्व किया तथा दिनांक 01-01-1996 से पुनः केन्द्रीय सामनता का वेतन मान मिला। वर्ष 1994 में दो प्रोन्नति वेतनमान कर्मचारियों को दिलाने हेतु स्व0 सिंह ने 51 दिनों की हड़ताल का नेतृत्व किया और सफलता मिली। अपनी बौद्धिक क्षमता के बल पर लम्बे समय से कार्यरत कर्मचारियों का विनियमितीकरण स्थायीकरण, अवकाश नकदीकरण, मृतक आश्रितों का सेवायोजन, केन्द्र के बराबर मकान किराया भत्ता, सामूहिक बीमा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की प्रोन्नति, सेलेक्शन ग्रेड, समयमान वेतनमान, प्रोन्नति वेतनमान, जी0पी0एफ0 पासबुक प्रणाली, अवकाश यात्रा सुविधा, मान्यता प्राप्त सेवा संघों के अध्यक्ष/मंत्री के स्थानान्तरण पर रोक तथा विशेष आकस्मिक अवकाश सुविधा आदि अनेक सुविधाओं को दिलाने में सराहनीय सहयोग रहा। राज्य विधान परिषद के सदस्य के रूप में वर्ष 1989 से 1995 के मध्य के कर्मचारियों की समस्याओं को प्रभावी ढंग से उठाते रहे है। इस अवसर पर अरविन्द कुमार सिंह- जिलामंत्री राजस्व संग्रह अमीन संघ एवं वरिष्ट उपाध्यक्ष परिषद, दिलीप कुमार सिंह, रमेश चन्द्र वर्मा, उदयसिंह यादव अध्यक्ष राजस्व संग्रह अमीन संघ, आई0टी0आई0 संघ के अध्यक्ष डी0पी0 यादव, मंत्री विनोद भारती, भूप सिंह, रमेश कुमार वर्मा, डाॅ0राजेश कुमार सिंह अवध विश्वविद्यालय, जगतनारायन तिवारी साकेत महाविद्यालय, भागीरथी यादव आदि ने अपने विचार प्रकट किये।