-पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ वर-वधु को दिलाए फेरे; मौलवियों ने पढ़ा निकाह
अयोध्या। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि योगी सरकार 2.0 कार्यकाल में 5 लाख बेटियों की शादी कराने का बीड़ा उठाया है, जिसके क्रम में अयोध्या मण्डल में 1356 पुत्रियों की शादी करायी गयी है जिसमें 1342 जोड़े हिन्दू तथा 14 जोड़े मुस्लिम है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मां के गर्भ में बच्चा आने से लेकर उसके पूरे जीवन भर के लिए विभिन्न योजनायें चलायी जा रही है। उन्होंने कहा कि गरीबी की जड़ अशिक्षा है इसलिए नवोदय विद्यालय की तर्ज पर अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जा रही है ताकि इस बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सकें। उन्होंने कहा कि बेटी/जोड़ों को विदा कर रहे है तो उनके सुखमय जीवन के लिए हम 75 हजार रूपये के साथ विदा कर रहे है।
उन्होंने यह भी कहा कि अपंजीकृत मजदूर या श्रमिक की काम करते हुये यदि कोई अप्रिय घटना होने के कारण उसकी मृत्यु हो जाती है तो ऐसे अपंजीकृत मजदूरों को भी सरकार एक लाख रूपये की सहायता के रूप में देने जा रही है। अध्यक्ष/राज्यमंत्री श्रम एवं सेवायोजन रघुराज सिंह ने कहा कि श्रम विभाग में श्रमिकों के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित है जिसकी जानकारी उन्हें होनी चाहिए, इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाय। उन्होंने नव दम्पत्यिं को आर्शीवाद प्रदान किया। इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह ने केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा सभी के लिए संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुये सामूहिक विवाह में आये हुये जोड़ों को आर्शावाद प्रदान किया। महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, रूदौली विधायक रामचन्द्र यादव, बीकापुर विधायक डा. अमित सिंह चौहान ने केन्द्र व प्रदेश की डबल इंजन की सरकार द्वारा किसानों, श्रमिकों, छात्रों, छात्राओं, गरीबों, सभी के लिए संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया तथा सभी नव दम्पति को आर्शावाद प्रदान किया। इस अवसर पर मंत्री द्वारा विवाहित जोड़ों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, जिलाधिकारी नितीश कुमार, अपर जिलाधिकारी नगर सलिल कुमार पटेल, उप श्रमायुक्त अनुराग मिश्रा सहित जिला प्रशासन, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, भाजपा के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जनपद का राजकीय इण्टर कॉलेज का मैदान देश के विकास में अमूल्य योगदान देने वाले निर्माण श्रमिकों के पुत्रियों के सामूहिक विवाह का लगातार तीसरी बार साक्षी बना। इस सामूहिक विवाह में ऐसे पंजीकृत श्रमिकों को अपने पुत्रियों के विवाह कराने का अवसर मिलता है जो 01 वर्ष पूर्व के उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में सदस्य के रूप में पंजीकृत है। कुल 1356 ऐसे पुत्रियों का विवाह उनके धार्मिक रीतिरिवाज से संपन्न कराया गया, जिसमे 1114 अयोध्या जनपद के और 242 अंबेडकरनगर जनपद के कुल 1356 लाभार्थी शामिल हुये। इन लाभार्थी में कुल हिंदू जोड़े 1342 और मुस्लिम जोड़े 14 है। हिंदू जोड़ों का विवाह प्रतिष्ठित गायत्री परिवार के द्वारा हिंदू धार्मिक रीति-रिवाज से तथा मुस्लिम जोड़ो का निकाह उनके धार्मिक रीतिरिवाज से संपन्न कराया गया।
इस विवाह समारोह के धार्मिक अनुष्ठान, पण्डाल एवं अन्य आदि का व्यवस्था श्रम विभाग द्वारा करायी गयी और साथ ही में 75,000.00 (पचहत्तर हजार रु0) सभी लाभार्थियों के बैंक खाते में जाना है। जिसमें से 10,000.00 रु0 उनके खाते में अग्रिम रुप से अंतरित करने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है व शेष 65,000.00 रु0 लाभार्थियों के खाते में विवाह के बाद उनके खाते में अतरित किया जाएगा। श्रम विभाग के अंतर्गत उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा निर्माण से संबंधित श्रमिकों का पंजीकरण किया जाता है, जिसमें कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत 02 पुत्रियों तक सामान्य विवाह में 55,000.00 रु0 एवं अंतर्जातीय विवाह में 65,000.00 रु0 और सामूहिक विवाह में 75,000.00 रु0 की धनराशि का लाभ दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत यह सामूहिक विवाह भी आयोजित कराया गया। मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के अंतर्गत पंजीकृत पुरुष श्रमिकों को 6000.00 व महिला श्रमिकों को न्यूनतम वेतन की धनराशि के साथ ही पुत्री के जन्म पर 25,000.00 रु0 व पुत्र के जन्म पर 20,000.00 रु0 दिया जाता है। साथ ही 02 कन्या संतान को 25,000.00 रु0 प्रति संतान व दिव्यांग की दशा में 50,000.00 रु0 प्रति संतान सावधि जमा के रूप में सहायता दी जाती है।
इसी प्रकार संत रविदास शिक्षा सहायता प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत कक्षा 01 से उच्चतर कक्षाओं तक 2000.00 रु0 से 01 लाख रु0 तक की सहायता की व्यवस्था है। साथ ही कक्षा 09 से 12 तक छात्र-छात्राओं को एक बार साइकिल कय करने पर 45,00,00 रु0 सब्सिडी की भी सुविधा उपलब्ध कराया जाता है। निर्माण कामगार मृत्यु व दिव्यांगता सहायता योजना के अंतर्गत दुर्घटना में मृत्यु पर आश्रितों को 9,393.00 प्रतिमाह तथा 25000.00 रु0 एकमुश्त सहायता के साथ ही सामान्य मृत्यु पर 873600 रु0 प्रतिमाह 02 वर्षों तक एवं 25,000,00 रु0 एकमुश्त एवं अपंजीकृत श्रमिकों के कार्यस्थल पर मृत्यु होने पर 01 लाख रु0 एकमुश्त तथा दिव्यांगता की स्थिति में भी योजना का लाभ दिया जाता है। इन योजनाओं के अलावा शोचालय सहायता योजना के अंतर्गत 12,000.00 रु0 एवं महात्मा गांधी पेंशन योजना के अंतर्गत 250 रु0 प्रतिमाह पेंशन एवं गंभीर बीमारी सहायता योजना के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिक एवं उनके आश्रित परिवार को बीमारी से संबंधित सहायता दी जाती है।
इसी क्रम में ही श्रमिकों के आयुष्मान है। कार्ड (गोल्डेन कार्ड) भी श्रम विभाग द्वारा अभियान चलाकर उनके कार्ड बनवाये जा रहे है। अयोध्या मण्डल में वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 43,899 श्रमिकों का पंजीकरण कराया जा रहा है और जिसमें अयोध्या जनपद के 9,408 एवं अंबेडकर नगर जनपद के 4746 श्रमिक शामिल हैं। इन श्रमिकों में से इस वर्ष 4831 श्रमिकों को 18 करोड़ 68 लाख 26 हजार आठ सौ साठ रु0 (186826860 रु0) का लाभ दिया जा चुका है, जिसमें अयोध्या जनपद के 1885 श्रमिकों को 55732162 रु0 एवं अंबेडकर नगर जनपद के 985 श्रमिकों को 10784587 रु0 का लाभ वितरित किया जा चुका है।