-उप कुलसचिव मोहम्मद सहील व डॉ. रंजन सिंह ने सम्भाला मार्किग जिम्मा
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुरूप रामनगरी के दीपोत्सव का एतिहासिक बनाने के लिए दो दर्जन से अधिक कर्मियों के साथ राम की पैड़़ी के घाटों पर मार्किंग का कार्य शुरू किया। बुधवार को पूर्वांह्न कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव मोहम्मद सहील ने दूसरी बार मार्किंग की कमान सम्भाली।
उन्होंने माइक्रोबायोलाजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 रंजन सिंह व कर्मियों के साथ दीपोत्सव के दिन 25 लाख दीए प्रज्ज्वलित किए जाने को लेकर 28 लाख दीए सजाने के लिए घाटों पर मार्किंग का कार्य कराया। उप कुलसचिव सहील ने बताया कि एक सप्ताह में घाटों पर मार्किग का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। कुलपति व मुख्यमंत्री के कुशल प्रबंधन में रामनगरी का आठवां दीपोत्सव और भव्य होगा। विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इण्टर कालेज व एनसीओ के स्वयंसेवक पुनः पिछड़ा रिकार्ड तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे।
दूसरी ओर दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए विश्वविद्यालय के समितियों द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है। एक सप्ताह में राम की पैड़ी के 55 घाटों पर मार्किंग कार्य पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर तक स्वयंसेवकों के आई कार्ड देरशाम से वितरित होना शुरू हो जायेगा। राम की पैड़ी पर 25 लाख दीपों को प्रज्ज्वलित करने व 28 लाख दीए बिछाने के लिए 30 हजार स्वयंसेवकों को क्यूआर कोड से सुसज्जित आईकार्ड दिया जायेगा। इस आई कार्ड को फूलपू्रफ बनाने के लिए कई फीचर्स भी शामिल किए गए है।
इससे स्वयंसेवकों के आईकार्ड में डुप्लीकेसी नहीं हो सकेगी। उन्होंने बताया कि इस क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड में स्वयंसेवकों का नाम, फोटों, मोबाइल नम्बर, घाट की तैनाती स्थल, एवं क्रमांक अंकित रहेगा। इसके अतिरिक्त आईकार्ड में जिला प्रशासन के प्राधिकृत अधिकारी, दीपोत्सव नोडल अधिकारी के साथ प्राधिकृत संस्था या इकाई के हस्ताक्षर रहेंगे। मीडिया प्रभारी डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि स्वयंसेवकों के आईकार्ड को फूलपू्रफ बनाया जा रहा है। इसमें डुप्लीकेसी नही हो पायेगी।