-अवध विवि में उद्यमिता विषय पर हुआ व्याख्यान
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डीएस चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों को नौकरी के पीछे भागने के बजाय स्वयं को औरों को रोजगार देने योग्य बनाना चाहिए। उन्होंने कृषि के क्षेत्र में उद्यमिता की संभावनाओं पर चर्चा की।
कहा, कृषि के क्षेत्र में उद्यमिता की अपार संभावनाएं हैं। स्टोरेज, प्रॉसेसिंग व रेडी टू ईट प्रोडक्ट के उत्पादन की इकाइयां लगाई जा सकती हैं। कृषि से हमेशा कच्चा माल ही मिलता है। इसलिए कृषि उत्पाद सस्ते भी होते हैं। उन्होंने गेहूं का उदाहरण दिया। कहा, किसान गेहूं को बाजार में 15-16 रुपए किलो बेचते हैं और आटे की कीमत 25 रुपए किलो तक होती है, लेकिन यही आटा ब्रेड के तौर पर 200 रुपए किलो तक पहुंच जाता है और फाइव स्टार होटल में इसकी कीमत दो हजार रुपए तक पहुंच जाती है। इसी तरह अन्य कृषि के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहाकि किसी भी कार्य की शुरुआत में नुकसान खतरा अधिक होता है, लेकिन लाभ और सामाजिक मान्यता भी उतनी ही अधिक मिलती है। उन्होंने कहाकि आजादी के वक्त देश की जीडीपी में 50 फीसद हिस्सा कृषि का होता था, लेकिन अब यह घटकर 15 फीसद तक रह गया है। विकसित देशों में आंकड़ा तीन से चार फीसद तक है।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय इग्नू केन्द्र के समन्वयक प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए उद्यमिता विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए उद्यमिता के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। कार्यक्रम में एमबीए विभाग के प्रो. शैलेंद्र वर्मा ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि वैल्यू एडीशन से किसी भी उत्पाद की कीमत को बढ़ाया जा सकता है। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र के पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया गया।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत बुके भेंटकर किया गया। इस मौके पर डॉ. राना रोहित सिंह, डॉ. कीर्ति विक्रम, कमलेश, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. श्रीश अस्थाना, डॉ. महेंद्र पाल, कपिलदेव चौरसिया, डॉ. अंशुमान पाठक, डॉ. निमिष मिश्र, प्रवीण राय, अनुराग तिवारी, डॉ. दीपा सिंह, आशीष पटेल, सूरज सिंह, डॉ. रामजी सिंह, कविता श्रीवास्तव, डॉ. अनीता मिश्रा, डॉ. प्रियंका, डॉ. राकेश कुमार, कविता श्रीवास्तव, डॉ. रामजीत सिंह, हर्षवर्धन आदि मौजूद रहे।