पटरंगा थाना पुलिस ने हत्याकाण्ड का किया खुलासा
रूदौली। थाना पटरंगा क्षेत्र के पचलों गांव निवासी महबूब अली उर्फ महबर की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी और उसके शव को छिपाने के लिए हत्यारे ने शारदा सहायक डबल नहर में फेंक दिया था।जिसका शव लाल पुर गांव के पास नहर से पुलिस ने बरामद किया था और उसी दिन से हत्यारे की तलाश में पटरंगा पुलिस इधर उधर खांक छान रही थीं।अंत मे पुलिस के हत्थे मुख्य आरोपी चढ़ ही गया उसने अपना सारा जुल्म कबूल कर लिया उसने बताया कि महबूब हमारी प्रेमिका को हमसे दूर करना चाह रहा था इसी लिए मैंने उसे हमेशा के लिए इस दुनिया से ही दूर कर दिया।
पटरंगा थाना क्षेत्र के पचलों गांव निवासी महबूब अली के घर वालों के पास 8 अगस्त 2020 एक मैसेज आया कि मुझे बचा लो मेरी जान को खतरा है पुलिस ने छान बीन की लेकिन कही कुछ नहीं मिला अंत मे 12 अगस्त को एक आदमी का शव शारदा सहायक डबल नहर में उतराता मिला जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पटरंगा पुलिस को दी देखते ही देखते आस पास के लोग भी आ गए । पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया जब उसकी शिनाख्त हुई तो पता चला कि यह महबूब अली है जिसको चार दिन पूर्व अपहरण कर लिया गया था। पकड़े गए आरोपी फुरकान पुत्र इस्तिखार निवासी नबीपुर मजरे नूर पुर का है उसने हत्या की बात कबूल किया है बताया कि हमारे नबीपुर गांव की एक लड़की के साथ महबूब अली उर्फ महबर का प्रेम प्रसंग चल रहा था और उसी लड़की को मै भी चाह रहा है इन दोनों का मिलना हमसे देखा नही जा रहा था।इस लिए मैने एक प्लान बनाया जिसमें एक दिन पूर्व मैं महबूब अली से मिला उसके दूसरे दिन रात को नबी पुर के पास नहर की पुलिया पर बुलाया और उसे बीच की पटरी पर लगभग 150 मीटर दूर लेकर गया और उससे बताया कि बैठिये अभी साबरीन आ रही हैं ।
बाद में मैंने रुमाल निकाल कर उसमें नसीला पदार्थ मिला दिया जब महबूब ने पूछा यह क्या है तो मैंने बताया कि यह इत्र हैं उसके बाद उसके नाक के पास ले जा कर दबा दिया थोड़ी देर में वह बेहोश हो गया फिर मैंने चाकू को निकाल कर उसके गले को काट कर हत्या कर दिया इसके शव को नहर में फेंक दिया और चाकू को उसी में फेंक दिया।उसी रात को तेज बारिश हुई और खून वगैरा सब धूल गया। बाद में उसके मोबाइल फोन को थोड़ी देर यूज किया बाद में सिम निकाल कर अलग फेंक दिया और मोबाइल को अलग इस तरह मैं अपने मकसद में कामयाब हो सका और अपने प्यार के रास्ते मे आ रहे कांटे को हमेशा के लिए निकाल कर फेंक दिया।
थाना प्रभारी रामकिसन राणा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मैं और कांस्टेबल आशीष कुमार यादव व मुनेन्द्र सागर ने महबूब अली हत्या कांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया इसके ऊपर 15000 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।