-सरयू स्नान एवं परशुराम पूजन कर विप्रों ने मनाया अक्षय तृतीया पर्व
अयोध्या । अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद अयोध्या के तत्वाधान में सामूहिक सरयू स्नान कर भगवान परशुराम जी के पूजन का आयोजन गुप्तारघाट पर किया गया। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष शिशिर मिश्र, जिलाध्यक्ष श्रीप्रकाश पाठक, प्रभात शुक्ल, हरिशचंद्र शर्मा, विजयशंकर पांडेय, शोभनाथ मिश्र, सन्दीप गुप्ता, हरिओम चतुर्वेदी, महेश चतुर्वेदी, पुष्पेंद्र दुबे, मनोज पांडेय सहित उपस्थित विप्रगणो ने भगवान परशुराम जी के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पार्चन,व दीप प्रज्वलन कर आरती पूजन किया।
उपस्थित डॉ उपेंद्र मणि त्रिपाठी ने कहा अक्षय तृतीया का महत्व भारतीय सँस्कृति में भगवान विष्णु जी का छठा किन्तु ज्ञान अनुसंधान एवं शौर्य से परिपूर्ण भृगुकुल के ऋषि जमदग्नि व माता रेणुका के पुत्र राम के रूप प्रथम पूर्ण मानव अवतार था जो गुरु भगवान शिव से प्राप्त परशु धारण करने के कारण परशुराम के नाम से पूज्य और अमर सप्त चिरन्जीवियों में से एक हैं।
यही तिथि त्रेता युग का आरम्भ , जैन के प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभदेव के व्रत पारण, माँ गंगा के धरावतरण, माँ अन्नपूर्णा का जन्म, कृष्ण सुदामा के मिलन के लिए भी जानी जाती है।भगवान परशुरामजी ने मातृपितृभक्ति का उदाहरण ही नही प्रस्तुत किया अपितु ज्ञान विज्ञान, वेद, कृषि फसलों से के विकास,केरल की भूमि विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया तो गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह की शुरुआत भी भगवान परशुराम की ही देन है।
वर्तमान काल मे धर्म के नाम पर जिस तरह कुतर्क व प्रहार होते रहते है ऐसे में हमे अपनी पीढ़ी को बाजारवाद पाखण्डवाद, आडंबर से मुक्त शिक्षा, संस्कार ,सँस्कृति से समृद्ध करने की बड़ी जिम्मेदारी है यही नैतिक आत्मबल हमारी सुरक्षा का आवरण हो सकता है।