पीड़ितों और जरूरतमंदों तक मदद पहुंचा रहा दस्ता
अयोध्या। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल को रोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार की ओर से आपदा घोषित कर दी गई है। 4 दिनों दिनों से जनपद में लाकडाउन चल रहा है। दुकान, प्रतिष्ठान, संस्थान,मठ मन्दिर,मस्जिद सब आम लोगों के लिए बंद है। आवश्यक वस्तुओं खाद्यान्न राशन फल सब्जी दूध और दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और होम डिलीवरी के लिए वाहन लगाए गए हैं तथा संबंधित दुकानदारों के मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। हालांकि अभी तक सभी जरूरतमंदों तक कंट्रोल रूम और दुकानदारों के नंबर नहीं पहुंच पाए हैं जिसके चलते सबसे ज्यादा फोन काल आपात नंबर 112 पर ही आ रहे हैं। डायल 112 की टीम भी आपदा के समय जरूरतमंदों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पहुंचाने और आर्थिक मदद मुहैया कराने की कवायद में जुटी हुई है। लॉक डाउन के चौथे दिन मवई थाना क्षेत्र के मोहरवा सुनबा निवासी विधवा महिला दर्शना ने डायल 112 को फोन कर बताया कि वह मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करती थी। लाक डाउन की वजह से न तो पैसा बचा और न ही सब्जी व राशन। पीआरवी 0927 पर तैनात कांस्टेबल शशिकांत यादव, चालक बृजेश यादव ने राशन व सब्जी पहुंचाई। रौनाही थाना क्षेत्र पिरखौली निवासी एक रिक्शा चालक ने फोन कर बताया कि रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करता हूँ।लाक डाउन के कारण रिक्शा भी नहीं चला पा रहा हूँ। जिससे परिवार भूखमरी के कगार पर है। खाने के लिए कुछ भी राशन आदि सामाग्री नहीं है और बच्चों के इलाज के लिए पैसे भी नहीं है। पीआरवी 3119 पर तैनात हेड का. इरशाद अहमद व होमगार्ड शिव नायक दूवे ने मौके पर पहुँच पीड़ित को 500 रूपये दवा के लिए एवं 710 रूपये राशन सामाग्री खरीदने को दिया और तथा 170 रूपये की सब्जी खरीद कर दी।
अयोध्या कोतवाली के काशीराम कॉलोनी निवासी एक पीड़ित को डायल 112 को फोन कर बताया कि हमारे घर में खाने के लिए राशन नहीं है,बच्चा भूखा है।किसी तरह मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता हूं लाक डाउन होने के कारण मजदूरी भी नहीं कर पा रहा हूं जिससे परिवार भुखमरी के कगार पर है। तत्काल चौकी प्रभारी रायगंज की ओर से चीता 17 पर तैनात कांस्टेबल स्वर्ण कमल कुशवाहा, चालाक अखिलेश तिवारी से भोजन और दूध की व्यवस्था कराई। ऐसी ही समस्या कैंट थाना क्षेत्र के गौर पट्टी निवासी गीता सोनी पत्नी राम शंकर की ओर से भी दर्ज कराई गई। गीता ने बताया कि मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करती हूं। लाक डाउन के कारण मजदूरी भी नहीं हो पा रही।राशन खत्म हो गया और परिवार भूखा है। पिआरवी टीम की ओर से दो पैकेट तैयार भोजन व राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई।वहीं इनायतनगर के शाहगंज बाजार निवासी लक्ष्मी देवी ने फोन कर बताया कि मेहनत मजदूरी ना हो पाने के चलते परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है।सूचना पर पीआरवी 4389 पर तैनात कमांडर कांस्टेबल प्रवीण कुमार यादव ने अपने पास से 418 रु का राशन दुकान से खरीदकर कॉलर को पहुचाया। डायल 112 के जनपद प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश श्रीवास्तव का कहना है कि दस्ता यह काम कहीं अपनी जेब से और कहीं स्थानीय तथा समाजसेवी और संगठनों की मदद से अंजाम दे रहा है। आपदा की स्थिति में हम सभी का दायित्व है कि कोई भूखा न मरने पाए।