शास्त्रीय संगीत भारतीय संस्कृति की पहचान : पं. शुभेन्द्र राव
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अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं संस्कृति के प्रति जागरूक करने के लिए स्पीक मैके संस्था के प्रख्यात सितार वादक पं0 शुभेन्द्र राव ने छात्र-छात्राओं को शास्त्रीय संगीत से परिचित कराया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम पं0 राव व अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 नीलम पाठक द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके शुभारम्भ किया।
इसके पश्चात पं0 शुभेन्द्र राव ने सितार पर हाथ फेरते हुए मधुर धुनों से सभागार को सराबोर कर दिया। तबले पर इनका साथ जहीर खान ने दिया। कार्यक्रम के दौरान सितार वादक ने बताया कि सितार भारत में काफी लोकप्रिय यंत्रों में से है। प्राचीन शास्त्रीय संगीत से लेकर हर संगीत में इसको प्रयोग में लाया जाता है। उन्होंने बताया कि शास्त्रीय संगीत सुनने से शांति मिलती है। यह अपनी संस्कृति की एक पहचान है।
कार्यक्रम में उन्होंने बीच-बीच में सितार पर धुनों की छटा बिखेरी जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। कार्यक्रम का संचालन प्रो0 नीलम पाठक ने किया। इस अवसर पर प्रो0 के0के0 वर्मा, डॉ0 सुरेन्द्र मिश्र, डॉ0 मुकेश वर्मा, डॉ0 दिनेश कुमार सिंह, डॉ0 मणिकांत त्रिपाठी, डॉ0 प्रदीप सिंह, इंजीनियर अनुराग सिंह, गायत्री वर्मा, आशीष मिश्रा, प्रवीण मिश्रा सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।