राम मन्दिर न बना तो नहीं रहेगी भाजपा सरकार
अयोध्या। जुमलेबाजी नहीं अब हमें राम मन्दिर का निर्माण चाहिए। यदि राम मन्दिर नहीं बना तो भाजपा की सरकार भी नहीं बनेगी। यह विचार सपरिवार राम लला का दर्शन करने के बाद पंचवटी में आयोजित पत्रकार वार्ता में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि राममंदिर को लेकर हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। अब हिंदू ताकतवर हो गया है और अब मार नहीं खायेगा। उन्होंने कहा कि अगर मंदिर न बना तो 2019 में सरकार नहीं बनेगी। इस मुद्दे पर अगर सरकार अध्यादेश लाएगी तो शिवसेना उसका पूरा समर्थन करेगी। वहीं, उत्तर भारतीयों पर महाराष्ट्र में हो रहे हमले पर ठाकरे ने ऐसी बातों से इनकार किया है। ठाकरे ने कहा कि सरकार बने या न बने राम मंदिर जरूर बनेगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अयोध्या के संतों ने मुझे आशीर्वाद दिया है। मैंने उनको कहा कि जो काम हम शुरू करने वाले हैं वह उनके आशीर्वाद के बिना पूरा नहीं हो सकता है। उद्धव ने साफ किया, उनका अयोध्या आने के पीछे कोई एजेंडा नहीं है। चुनाव में राम नाम के इस्तेमाल पर चेताते हुए शिवसेना प्रमुख ने केन्द्र सरकार पर सीधा निशाना साधा और कहा कि चुनाव में राम नाम का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उद्धव ने कहा कि जब कोर्ट ही मंदिर बनने का फैसला करेगा तो फिर राम का नाम न लें। अगर मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव के प्रचार के दरमियान उसे इस्तेमाल ना करें। बता दो की भाईयों और बहनों हमें माफ करो ये भी हमारा एक चुनावी जुमला था।
ठाकरे ने कहा कि रामलला के दर्शन कर बाहर आने पर ऐसा लगा कि मैं जेल से निकल रहा हूं। मैं कल से अयोध्या में हूं। यहां अच्छा लग रहा है। राममंदिर का नाम लेकर अब वोट की राजनीति नहीं होनी चाहिए। पिछले चार सालों में सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि संसद का एक सत्र बचा हुआ है। इसमें राममंदिर के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। शिवसेना अध्यादेश का समर्थन करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि, योगी जी ने कहा था कि वहां मंदिर था, मंदिर है और मंदिर ही रहेगा। ठाकरे बोले, दुख तो इस बात का है कि मंदिर दिख नहीं रहा है। जल्द से जल्द मंदिर निर्माण होना चाहिए।