-अलग-अलग देशों से आए राजदूत व अप्रवासी भारतीयों ने किया रामलला का दर्शन
अयोध्या। रविवार को अमेरिका, चीन पाकिस्तान समेत 155 देशों की नदियों के पवित्र जल से राम मंदिर का अभिषेक किया गया। इस दौरान अलग-अलग देशों से आए राजदूत व अप्रवासी भारतीयों ने रामलला का दर्शन कर मंदिर निर्माण भी देखा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि पहले मणिराम दास छावनी के रामकथा मंडप सभागार में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया गया। मशहूर कथावाचक अजय भाई द्वारा हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया।
दिल्ली के स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष व पूर्व विधायक विजय जौली ने बताया कि 40 देशों से अतिथि अयोध्या आये थे। इनमें कई देशों के राजदूत भी पहुंचे थे। कई देशों के जल को विदेशों में रह रहे हिंदू भारतीयों ने भेजा है। ताज मोहम्मद ने भी तजाकिस्तान का जल राम मंदिर के लिए भेजा है। जल को राम मंदिर को समर्पित किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसकी परिकल्पना राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता लालकृष्ण आडवाणी, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की थी। 05 अगस्त 2020 में हमने इस बात का संकल्प लिया था। 31 महीने बाद स्टडी ग्रुप के सदस्यों के परिश्रम से संकल्प पूरा हो पाया।
इस दौरान तिब्बत संसद के स्पीकर खेनपो सोनम तेनफेल, तिब्बत के विदेश मंत्री नारजिन डोलमा, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक मंडल के सदस्य दिनेश चंद्र, संघ प्रचारक इंद्रेश कुमार, जैन आचार्य लोकेश, महामंडलेश्वर स्वामी यतेंद्रानंद गिरि महाराज, पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल जोगिंदर जसवंत सिंह, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरदार मनिंदर सिंह, प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री डॉक्टर संजय निषाद, अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग सहित अन्य कई देश के राजदूत भी मौजूद रहे।