अशफाक उल्ला खान मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के आयोजन में हुई विचार गोष्ठी
फैजाबाद। डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्व विद्यालय के कुलसचिव प्रो. एस. एन. शुक्ला ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के विचारो के आधार पर ही देश मे शोषण विहीन समाज की स्थापना की जा सकती है ।उन्होंने कहा कि भगत सिंह केवल एक क्रांतिकारी नही वल्कि विचार थे। श्री शुक्ला ने कहा कि देश ने क्रांतिकारी विचारो को न अपनाकर देश और समाज को बड़ी क्षति पहुँचाया है ।
अशफाक उल्ला खान मेमोरियल शहीद शोध संस्थान द्वारा आयोजित शहीद भगत सिंह की जयंती पर बोलते हुए उन्होंने यह विचार व्यक्त किया ।उन्होंने कहा कि आजादी के सत्तर साल बाद सबसे ज्यादा प्रासंगिक क्रांतिकारी बदलाव के लिए किऐ गए उनके संघर्ष है ।इसके पूर्व संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कान्त पाण्डेय ने विचार गोष्ठी की विषय वस्तु प्रस्तुत करते हुए अफसोस जताया कि क्रान्तिकारियो को षड्यंत्र के तहत भुलाया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि संस्थान का मकसद शहीदो की पूजा करना नही बल्कि उनके विचारो को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है ।
कनक किड्स के एमडी डा संजय तिवारी की अध्यक्षता और समाजसेवी शोभा गुप्ता के संचालन मे सम्पन्न गोष्ठी मे बोलते हुए भाकपा राज्य कौंसिल के सदस्य अशोक तिवारी ने कहा कि आज हमे शहीद भगत सिंह के अरमानो को मंजिल तक पहुचाने का संकल्प लेना चाहिए ।भाकपा माले नेता अतीक अहमद ने कहा कि भगत सिंह सहित सभी क्रांतिकारी मार्क्सवादी विचारो से प्रभावित थे ।डा बृजकिशोर होम्योपैथी कालेज के प्रोफेसर डा आर डी यादव ने कहा कि क्रान्तिकारियो की विरासत संजोने की जिम्मेदारी और जरूरत दोनो हमारी है ।
गोष्ठी को संस्थान के अध्यक्ष सलाम जाफरी उपाध्यक्ष हामीदा अजीज कोषाध्यक्ष अब्दुल रहमान भोलू जमशेद अहमद सुरेश यादव अयोध्या प्रसाद तिवारी, देवेश ध्यानी, विकास सोनकर, गोपाल चैरसिया, कैफी खान, राम भरोस,राम कुमार सुमन, सुमित तिवारी, उत्कर्ष पाण्डेय, सूरज पाण्डेय, सुनील पाण्डेय, आशीष पांडे, ओकार नाथ पाण्डेय , मुकेश जायसवाल मोनू सहित बड़ी संख्या मे लोग उपस्थित थे ।