-अविवि में मास मीडिया में भविष्य की चुनौतियां पर आयोजित हुई संगोष्ठी
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में ‘‘मास मीडिया में भविष्य की चुनौतियां‘‘ विषय पर शनिवार को एक संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के पत्रकारिता एवं जनसंचार के विभागाध्यक्ष प्रो0 मुकुल श्रीवास्तव ने कहा कि मीडिया क्षेत्र में इंटरनेट के प्रभाव से मीडिया परिदृश्य बदल रहा है। दर्शकों, पाठकों एवं श्रोताओं को दृष्टिगत रखते हुए सभी के लिए समाचार तैयार करने की चुनौतियां बढ़ रही हैं। मुख्यधारा की मीडिया के समक्ष सोशल मीडिया भी चुनौती बन रहा है।
इसके लिए मुख्यधारा के मीडिया का सबसे बड़ा अस्त्र समाचारों की प्रस्तुति एवं भाषा विज्ञान विशेष है। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी होने के कारण आपको हो रहे सामाजिक बदलाव पर पैनी दृष्टि रखनी होगी। क्या सही है? क्या गलत इसके निर्धारण का दायित्व मुख्यधारा की मीडिया का है। डिजिटल मीडिया ने सभी क्षेत्रों में तकनीकी एवं समाचारों की प्रस्तुति के स्वरूप को बदल दिया है। डिजिटल मीडिया ने यदि चुनौती पैदा की है तो असीमित संभावनाओं के द्वार भी खोल दिये है। प्रो0 मुकुल ने छात्रों को सचेत किया कि शब्द संग्रह, भाषा प्रयोग एवं प्रस्तुति आपको पहचान एवं अवसर प्रदान करने में सक्षम होगा। क्योंकि वर्तमान समय में मुख्यधारा की मीडिया के समक्ष तथ्यपरक समाचारों को प्रस्तुत कर स्वयं को सिद्ध करना है।
संगोष्ठी अध्यक्षता करते हुए विभाग के समन्वयक डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने कहा कि मास मीडिया के क्षेत्र में कैरियर की संभावनाएं अनंत है। इसके लिए छात्र छात्राओं को तकनीकी दक्षता के साथ समसामयिक विषय पर ज्यादा फोकस करना होगा। कार्यक्रम में अतिथि का स्वागत विभाग के शिक्षक डॉ0 राज नारायण पाण्डेय एवं डॉ0 अनिल कुमार विश्वा ने स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र से सम्मानित किया। इस अवसर सुभाष सिंह, चन्द्रशेखर सोनी, संदीप शुक्ल, अभिषेक तिवारी, रोशनी कुमारी, शालिनी निषाद,गीताजंलि शर्मा, प्रगति ठाकुर, प्रणीता राय, मनीषा ओझा, याशिनी दीक्षित, आयुषि सिंह, श्रेया मौर्या, शैलेश यादव, शरद यादव, निलेश द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।