मिल्कीपुर। नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय में संचालित व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से वित्त पोषित अखिल भारतीय समन्वित मसाला अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत विभिन्न मसाला फसलों के परीक्षण का अवलोकन व निरीक्षण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से आई वैज्ञानिकों की टीम ने किया। टीम के सदस्य राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र अजमेर के निदेशक डॉ जी गोपाल लाल तथा एस के एन विश्वविद्यालय जोबनेर राजस्थान के प्रो धीरेंद्र सिंह ने मसाला प्रछेत्र पर धनिया,मेथी, अजवायन,मंगरैल,सौंफ,अदरक व हल्दी के विभिन्न प्रजातियों व जनन द्रव्यों के परीक्षण का अवलोकन किया। इस अवसर पर परियोजना के मुख्य अन्वेषक तथा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ विक्रमा प्रसाद पांडेय ने टीम को अवगत कराया कि विश्वविद्यालय में प्रीयोजना के तहत सौंफ के 166,मेथी के 205,हल्दी के 198,मंगरैल के 37,अजवाइन के 44,धनिया के 158 तथा अदरक के 62 जनन् द्रव्य परीक्षण के उद्देश्य से संकलित व प्रक्रिया में हैं। विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की टीम को लहसुन की फसल के 66 अख्तर जनन द्रव्यों का अवलोकन भी कराया गया। वैज्ञानिकों की टीम ने प्रीयोजना के 4 मुख्य उद्देश्यों फसलों का अनुवांशिक सुधार,फसल सुधार फसल प्रबन्धन तथा फसल सुरक्षा की दृष्टि से किये जा रहे कार्यों का विश्लेषण व समीक्षा भी की। इस अवसर पर सब्जी विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों समेत प्रीयोजना में कार्यरत डॉ देवराज सिंह, डॉ आर के पाठक व राजकुमार गुप्ता विशेषरूप से उपस्थित रहे।
वैज्ञानिक दल ने मसाला फसलों का किया निरीक्षण
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