कहा- मनुष्य द्वारा मनुष्य का जारी है शोषण
शहीदों के विचारों को आमजन तक पहुंचाने के लिए शहीद शोध संस्थान चलायेगा जनजागरण अभियान
अयोध्या। आजाद भारत में शहीदों की शंकाएं सच साबित हुईं हैं। मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण जारी है। देश की पूंजी पर चंद घरानों का एकाधिकार है। उक्त विचार शाने अवध सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान अशफ़ाक़ उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्यकांत पाण्डेय ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अशफाक उल्ला शहीद शोध संस्थान शहीदों के विचारों को समाज के विभिन्न वर्गों में जनजागरण के माध्यम से प्रचारित करने का अभियान चलाएगा।
पत्रकार वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा, स्वास्थ्य के बजट में भारी कटौती करके इसका निजीकरण किया जा रहा है जिसके कारण आम आदमी, गरीब वर्ग धीरे धीरे शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग करने में अक्षम होता जा रहा है। सरकारें रोजगार पैदा करने में कोताही कर रहीं हैं जिसके कारण पढ़ा लिखा बेरोजगार पूंजीपतियों की गुलामी करने को मजबूर है। संस्थान मानव जीवन के सवालों पर शहीदों के विचारों को आम आदमी को अवगत कराएगा। श्री पाण्डेय ने बताया कि संस्थान चन्द्र शेखर आजाद की शहादत दिवस 27 फरवरी से भगत सिंह के शहादत दिवस 23 मार्च तक “शहीदों के अरमानों को मंजिल तक पहुंचाएगा“ अभियान चलाएगा। अभियान के अन्तर्गत गोष्ठी, संवाद, फोल्डर वितरण के अलावा संकल्प पत्र भी भरवाया जाएगा। अभियान से छात्र, युवा, किसान, अल्पसंख्यक, महिला, पिछड़े वर्गो को जोड़ा जाएगा। पत्रकार वार्ता में फोल्डर और संकल्प पत्र भी जारी किया गया। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह और अशफ़ाक़ चन्द्र शेखर आजाद सभी शोषण मुक्त भारत का सपना लेकर शहादत कबूल किया था, जो आजादी के सत्तर साल में चकनाचूर हो गया है।
इस मौके पर संस्थान के उपाध्यक्ष जसवीर सिंह सेठी, हमीदा अजीज, कोषाध्यक्ष अब्दुल रहमान भोलू, का सुरेश यादव, देवेश ध्यानी विकास सोनकर आदि पदाधिकारी मौजूद रहे। संस्थान ने आयोजन की सफलता के लिए आयोजन समिति का भी एलान किया। जिसमें बलराम मौर्या, लक्ष्मण यादव, आकाश गुप्ता, सुनील सोनी, अब्दुल माबूद एडवोकेट, नमन पाण्डेय, डा नसीम खान, अमरजीत यादव, राम सिंह, हरि फूल पाण्डेय, विनीत कनौजिया गोपाल चौरसिया को सदस्य बनाया गया है।