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प्रदूषित पानी से पीड़ित किसानों के गांव का किया निरीक्षण
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भाकपा द्वारा गठित जांच कमेटी ने प्रदूषित पानी का नमूना भी किया एकत्र
फैजाबाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा गठित जांच कमेटी ने यश पेपर मिल के प्रदूषित पानी से पीड़ित किसानो के गांव का व्यापक निरीक्षण किया । पार्टी की राज्य कौंसिल के सदस्य अशोक कुमार तिवारी की अगुआई मे कमेटी के सदस्य आल इन्डिया स्टूडेंट फेडरेशन के अध्यक्ष देवेश ध्यानी, मंत्री अंकित कनौजिया, तिहुरा गांव के सुरेश यादव रामपुर हलवारा के रामाधीन यादव, राम प्रीत यादव ,पूराबाजार के मुन्ना सिंह सहित सैकड़ो किसानो की मौजूदगी मे प्रदूषित क्षेत्र का निरीक्षण किया ।
पार्टी के नेता सूर्य कान्त पाण्डेय ने बताया कि तिहुरा से मडना तक प्रत्येक गांव के सैकड़ो किसानो की फसल हर साल इस प्रदूषित पानी से नष्ट हो जाती है ।यह पानी पीने वाले जानवर मर जाते है और इसकी मिल की तरफ से कोई भरपाई नही है ।श्री पाण्डेय ने बताया कि जिस तिहुरा नाले का प्रयोग मील का प्रदूषित पानी निकालने के लिए किया जाता है वह सिंचाई विभाग का है मील मालिक इस नाले का अनधिकृत रूप से उपयोग करता है । जांच कमेटी ने आरोप लगाया कि मील का प्रबंध तंत्र इतना मजबूत है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला प्रशासन, इसके खिलाफ तमाम आन्दोलन को दरकिनार कर पूंजीपति का हित मे मशगूल है । पार्टी ने गांववासियो के सहयोग से प्रदूषित पानी की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने और जिला प्रशासन को सौंप कर कार्रवाई कराने का फैसला किया है । लगभग सोलह किमी की दूरी तक तबाही मचाने वाले इस प्रदूषण से किसानो को मुक्त कराने के लिए निर्णायक आन्दोलन चलाया जाएगा ।
श्री पाण्डेय ने बताया कि जांच दल ने स्पष्ट किया कि इस मिल मे परेशान किसानो के परिजनो को किसी प्रकार का रोजगार भी नही दिया गया है। यह किसी मील द्वारा लेबर एक्ट का सरासर उल्लंघन है । पार्टी स्थानीय लेबर कमिश्नर से इसकी शिकायत करेगी । जांच कमेटी की विस्तृत रिपोर्ट पार्टी की राज्य कौंसिल तथा जिला प्रशासन को आगामी नौ अगस्त को इस मामले के विरोध मे आयोजित प्रदर्शन के बाद सौंपी जाएगी । भाकपा जाच कमेटी ने तिहुरा, रामपुर हलवारा, राजेपुर सरायराशी, पूराबाजार आदि गांवो के सैकड़ो गरीब किसानो से मुलाकात किया और प्रदूषित पानी का नमूना एकत्र किया।