-विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आरोग्य भारती अवध ने दिया मेरा स्वास्थ्य मेरी जिम्मेदारी का मंत्र
अयोध्या। डब्ल्यूएचओ के विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने के पीछे स्वास्थ्य की परिकल्पना ही सर्वोपरि रही है। हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में स्वास्थ्य रक्षण को प्रथमतः महत्व दिया गया है। जिस हेतु जीवन में पंचसूत्री स्वास्थ्य निर्देशों का पालन अत्यंत आवश्यक है ।जिसमें स्वच्छता पोषण प्रतिरक्षण व्यायाम व सुयोग्य चिकित्सक से चिकित्सा शामिल है।
उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए जिला चिकित्सालय अयोध्या के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सी बी एन त्रिपाठी ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर झुनझुनवाला इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज अयोध्या द्वारा आयोजित रंगारंग कार्यक्रम के शुभारंभ हेतु सबसे पहले मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके आराधना वंदना की गई। तत्पश्चात डा उपेंद्र मणि त्रिपाठी एवं डॉ पंकज श्रीवास्तव, डा अरुण प्रकाश गुप्ता व अंशुमान सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।
नर्सिंग फैकल्टी शिवांगी मिश्रा डा पंकज श्रीवास्तव व डॉ अरुण प्रकाश गुप्ता ने मुख्य अतिथि डॉ सी बी एन त्रिपाठी एवं मुख्य वक्ता डॉ. उपेंद्र मणि त्रिपाठी को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम मे आयुर्वेद विभागाध्यक्ष डॉ पंकज श्रीवास्तव द्वारा आयुर्वेद के प्रयोजन स्वास्थ्य रक्षण पर ऋतु चर्या एवं दिनचर्या का विशद विवेचन किया गया । डा पंकज श्रीवास्तव ने भारतीय रसोई रूपी औषधालय से कोरोना काल मे स्वास्थ्य रक्षण का महत्त्व बताया। डॉ उपेंद्र मणि त्रिपाठी जी द्वारा रामचरितमानस में वर्णित चिकित्सा संबंधित चौपाइयों का होम्योपैथी चिकित्सा से संबंध सिद्ध कर सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
डा राम नगीना यादव एवं डॉ अरुण प्रकाश गुप्ता ने विश्व स्वास्थ्य दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए स्वास्थ्य पर सजग रहने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम मे मधुकर त्रिपाठी, संदीप सिंह, शुभम सिंह, संजय पांडेय, रुचि अवस्थी, दीपशिखा, माही सिंह, ज्योति आर्या, अमित कुमार शर्मा व नर्सिंग के विद्यार्थियों प्रतिमा, ज्योति,अंशिका, ज्योतिमा, दिव्या व लक्ष्मी ने विशेष प्रस्तुतिकरण कर स्वास्थ्य की अनेक परिकल्पना प्रस्तुत की। कार्यक्रम का समापन करते हुए शिवांगी मिश्रा एवं डॉ पंकज श्रीवास्तव ने समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त किया व राष्ट्रगान से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।