पीड़ित परिवार से मिला सपा प्रतिनिधि मण्डल
फैजाबाद। पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो समाजवादी पार्टी आन्दोलन करेगी। यह एलान सपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री आनन्दसेन यादव ने किया। उन्होंने कहा कि घटना को एक सप्ताह बीत चुका है लेकिन सत्ता पक्ष की तरफ से पीड़ित परिवार से अभी तक कोई नहीं मिलने आया है जिससे पूरे गांव में भारी आक्रोश है। प्रधानमंत्री आवास दिलाने के बहाने बीती 20 सितम्बर को थाना मवई क्षेत्र की 22 वर्षीय महिला के साथ रूदौली नहर के किनारे बनमऊ जंगल ले जाकर अमरेश मिश्रा व रमेश ने दुष्कर्म किया। क्षेत्र के प्रधान तेज तिवारी ने दबाव बनाकर महिला और उसके पति को अमरेश मिश्रा व मोनू मिश्रा के साथ आवास का फार्म जमा करने के लिये रूदौली तहसील भेजा था। अमरेश ने महिला के पति को मोनू के साथ यह कहकर जिलाधिकारी कार्यालय भेजा कि फार्म शहर में जमा होगा। पति के जाते ही अमरेश ने रमेश नाम के युवक को रूदौली तहसील बुलाकर महिला को मोटरसाइकिल पर बैठाकर घर छोड़ने की बात कही और रास्ते में बनमऊ जंगल में दोनों ने दुष्कर्म किया और कहा कि यदि किसी को बताया तो मरवा डालेंगे। महिला को कुछ रूपयों का भी लालच दिया गया। महिला ने पूरी घटना की जानकारी अपने पति को शहर से लौटने पर दी। 23 सितम्बर को मवई थाने में जाकर पति-पत्नी ने तीनों अभियुक्तों के खिलाफ तहरीर दी और पुलिस ने धारा-376, 342, 506 के तहत आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर अमरेश और रमेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और एक अभियुक्त मोनू अभी तक फरार है। सपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री आनन्दसेन यादव ने कहा कि पीड़ित परिवार व गाॅंव के लोग इस घटना से आहत हैं। इस घटना में प्रधान भी शामिल है। प्रधान आरोपियों की पैरवी कर रहा है और पीड़ित परिवार को धमकी दे रहा है। पूरा गाॅंव पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हुआ है। सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने बताया कि पूर्व राज्यमंत्री श्री यादव के साथ प्रतिनिधि मण्डल में अनिल यादव बब्लू, रामेश्वर यादव, अजय यादव श्याम, गौतम वर्मा, रामसिंह यादव, श्रवण मौर्या, जगन्नाथ प्रधान आदि मौजूद थे। प्रवक्ता ने बताया कि गांव के उमाकान्त मिश्रा, गिरीश मिश्रा, गिरिजाशंकर शुक्ला, शिवकुमार, राम भारत गौतम, मंशाराम यादव, राजकुमार यादव, अजीमुल्लाह खाॅं, शमीम खाॅं, रमाशंकर गुप्ता आदि ने पूरे प्रकरण की जानकारी पूर्व राज्यमंत्री श्री यादव को दी और यह मांग की कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाया जाये।