आरजेबी थाने में तैनात सिपाही की मौत मामले में हुआ खुलासा
अयोध्या। थाना राम जन्मभूमि में तैनात सिपाही योगेश चौहान की हत्या मामले में इटावा जनपद की पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने मृतक सिपाही साथ ही तैनात महिला सिपाही और उसकी दो बहनों तथा पुरुष मित्रों को गिरफ्तार किया है। दावा किया है कि शादी के लिए इंकार करने पर साजिश के तहत एक लाख रुपये में सुपारी देकर सिपाही योगेश चौहान की हत्या कराई गई।
बीते 7 अक्टूबर को मूल रूप से मथुरा का रहने वाला सिपाही योगेश चौहान एक सप्ताह का आकस्मिक अवकाश लेकर अपने घर मथुरा जाने के लिए निकला था। जनपद में ही उसी के साथ आरजेबी थाने में तैनात महिला सिपाही मंदाकिनी ने भी 8 तारीख से 3 दिन के लिए आकस्मिक अवकाश लिया था। छुट्टी लेकर घर रवाना सिपाही योगेश चौहान का शव संदिग्ध हाल में इटावा जनपद के लवेदी थाना क्षेत्र में मिला था। मामले की जानकारी पर एसएसपी दीपक कुमार ने बताया था कि महिला सिपाही मंदाकिनी भी 7 तारीख की ही शाम एक कार से सिपाही योगेश चौहान के साथ जिले से निकली थी। सिपाही योगेश के मोबाइल की लोकेशन लखनऊ तक पाई गई। सोमवार को मामले की विवेचना कर रही इटावा की पुलिस ने सिपाही हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस का कहना है कि मंदाकिनी और योगेश के बीच प्रेम संबंध थे। मंदाकिनी ने योगेश से शादी के लिए कहा, लेकिन वह तैयार नहीं हो रहा था। आगरा में मुख्य आरक्षी के पद पर तैनात मंदाकिनी की दो बहनों ने भी योगेश पर शादी के लिए दबाव बनाया लेकिन उसने हां नहीं की। इसके बाद मंदाकिनी और उसकी बहनों ने मिलकर सिपाही योगेश चौहान की हत्या की साजिश रची। साजिश के तहत मन्दाकिनी साथी और प्रेमी सिपाही को अपने साथ इटावा ले गई और वहां एक लाख रुपये की सुपारी लेने वाले युवकों ने लोहे के रॉड से प्रहार कर सिपाही योगेश की हत्या कर दी। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त आला कत्ल और वाहन बरामद किया है।