मिल्कीपुर। छुट्टा जानवरों की समस्या को लेकर मिल्कीपुर के अधिवक्ताओं ने ग्रामीणों के साथ तहसील परिसर में धरना देकर अपनी मांगों की आवाज बुलंद की। अधिवक्ताओं ने आवारा जानवरों की बढ़ती हुई संख्या एवं उनसे किसानों की हो रही फसल बर्बादी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा। मिल्कीपुर तहसील के अधिवक्ता अमित मिश्रा के संयोजन में मंगलवार को तहसील परिसर में क्षेत्र के किसानों के साथ छुट्टा जानवरों की समस्या को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। धरने को संबोधित करते हुए बार एसोसिएशन मिल्कीपुर के पूर्व मंत्री एवं अधिवक्ता अमित मिश्रा ने छुट्टा जानवरों को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने इस समस्या का सीधे जिम्मेदार प्रदेश के मुख्यमंत्री को बताया। उन्होंने कहा कि किसान की हर फसल को पूरी तरह से बर्बाद करने का काम आवारा जानवर सांड, नीलगाय, जंगली, सूअर इत्यादि कर रहे हैं। धरने को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेंद्र तिवारी ने कहा कि ऐसा वक्त आ रहा है कि अब इस समस्या के चलते 2 टाईम की रोटी भी नसीब नहीं होने वाली है। भारतीय किसान यूनियन नेता शिव शंकर मिश्रा ने कहा कि मेरे संगठन की ओर से भी इस मुद्दे को कई बार उठाया गया किन सरकार में बैठे लोग गूंगे और बहरे हो चुके हैं उन्हें किसान से कुछ लेना-देना नहीं रह गया है। धरने को अन्नू सिंह किसान यूनियन नेता नन्हे सिंह अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मिल्कीपुर पवन कुमार शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार श्रीवास्तव ,खुशीराम पांडे, दयानंद पांडे सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया। समस्याओं को लेकर 5 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन भी अधिवक्ताओं ने एसडीएम को सौंपा गया। धरने में प्रमुख रूप से साईं प्रताप, जगदीश, दिनेश कुमार, विश्वामित्र त्रिपाठी, रामावती मानसिंह, विश्व बंधु त्रिपाठी, बजरंग यादव, शिवम, ओमकार एवं शिवनारायण सहित सैकड़ों कृषक तथा अधिवक्ता मौजूद रहे।
छुट्टा मवेशियों की समस्या को लेकर दिया धरना
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