उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर राजीव रत्न सिंह बोले तुरंत टीम भेज कर कराई जा रही जांच, शुरू कराया जायेगा नदी का जल बहाव, पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने का करेंगे प्रयास
-कंधई कला गांव के पास नदी का बहाव रोक कर बनाया जा रहा है रपटा पुल
मिल्कीपुर। मिल्कीपुर तहसील के विभिन्न गांव से होकर गुजरने वाली तमसा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से सैकड़ो एकड़ खड़ी धान की फसल जल मग्न हो गई है। जिससे किसानों की छ: माह की मेहनत बर्बाद हो गई है। मिल्कीपुर तहसील के अमावा सूफी, बकौली, डीली सरैंया, कंदई कला आदि गांव के किसानों का कहना है कि मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के कंधई कला गांव में रोहली अंकौरा के पास नदी में नदी के बहाव को रोक कर रपटा पुल का निर्माण किया जा रहा है। जहां पर नदी का बहाव बहुत सकरा कर दिया गया है। जिसके कारण निचले इलाकों में नदी का जलस्तर बढ़ गया और किसनों की खड़ी फसल डूब गई है।
जिसके लिए किसानों ने पुल का निर्माण करने वाले संबंधित एजेंसी और ठेकेदारों से जाकर बहाव शुरू करने की मांग की, लेकिन वह टस से मस नहीं हुए। अमावा सूफी गांव के किसान रामगोपाल पांडे, पिंटू सिंह, लवकुश मिश्रा, सुरेश कोरी ने बताया कि उनकी धान की खड़ी फसल जहां एक ओर जलमग्न हो गई है, वहीं गन्ने की भी खड़ी फसल धराशाई हो गई है। किसानों के अनुसार यदि नदी का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आने वाले दो-तीन दिनों में गांव के अंदर भी पानी घुस जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि अमावा सूफी से सधारपुर को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग पानी से डूब गया है और पुल के ऊपर डेढ़ से दो फीट पानी बह रहा है। जिससे आने जाने वाले राहगीरों एवं स्कूली बच्चों के लिए आए दिन समस्या उत्पन्न हो रही है। किसानों ने यह भी मांग की है कि नष्ट हुई फसल की जांच कर उन्हें मुआवजा दिलाया जाए।
किसानों ने बताया कि जिन किसानों के क्रेडिट कार्ड बने हुए हैं उसमें या तो ब्याज माफ किया जाए या तो फसल बीमा योजना के तहत नष्ट हुई फसलों का मुआवजा उन्हें दिलाया जाए। इस संबंध में मिल्कीपुर के उप जिलाधिकारी राजीव रत्न सिंह से जब बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें इस मामले की जानकारी प्राप्त हुई है और शीघ्र ही टीम बनाकर नदी का बहाव चालू कराया जा रहा है। टीम को प्रभावित गांवो में भेज कर जिन किसानों की फसले जलस्तर बढ़ने से नष्ट हुई हैं, उसकी जांच करा कर पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।