भारतीय पारम्परिक लघु चित्रण एवं आधुनिक व्यक्ति चित्रण तकनीकों का विश्लेषण पर हुआ व्याख्यान
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग आवासीय परिसर के तत्वाधान में ”भारतीय पारम्परिक लघु चित्रण एवं आधुनिक व्यक्ति चित्रण तकनीकों का विश्लेषण“ विषयक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्यवक्ता के रूप में जयपुर राजस्थान के प्रख्यात कलाकर जयशंकर शर्मा एवं ललित कुमार शर्मा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित कुलपति की।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने अवध की परम्परागत लोक कलाओं को सृजित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कुलपति ने बताया कि परम्पराएं हमारी सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहर होती है। आज इन धरोहरों को भित्तिचित्रण के द्वारा संरक्षित किए जाने की आवश्यकता है। हमारी परम्पराएं हमें जीवन के मूल्य एवं जीवन के स्वरूप को विकसित करनें की प्रेरणा प्रदान करती है। प्रो0 दीक्षित ने दृश्य कला विभाग के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षिकाओं द्वारा निरन्तर किए जा रहें चित्रणकार्यो की सराहना की और उन्हें अच्छी-अच्छी कृत्तियों के निर्माण के लिए उत्प्रेरित किया।
भारतीय पारम्परिक लघु चित्रण विषय पर बोलते हुए मुख्य वक्ता जयशंकर शर्मा ने बताया कि कला एक कलाकार के लिए तपस्या होती है । उन्होंने विभिन्न शैलियों के बारे में जिसमें प्रमुख रूप से राजस्थानी शैली, अवधी शैली, मैथिली शैली इत्यादि का विश्लेषण करते हुए मिनिएचर पेन्टिग के बारे में छात्र-छात्राओं को अपनी अभिव्यक्ति प्रदान की। “आधुनिक व्यक्ति चित्रण तकनीकों का विश्लेषण“ करते हुए मुख्य वक्ता प्रख्यात कलाकार ललित कुमार शर्मा ने एक अच्छे व्यक्ति चित्रण में प्रयुक्त होने वाली विभिन्न तकनीकों के विश्लेषण के बारे में छात्र-छात्राओं को बहुत ही अच्छे तरीके से बताया साथ ही ललित कुमार शर्मा ने कुलपति जी को उनका व्यक्तिचित्र निर्माण करके भेंट किया। विशिष्ट व्याख्यान के संयोजक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आज का यह विशिष्ट व्याख्यान छात्र-छात्राओं में कला के प्रति उनकी अभिरूचि को निश्चित रूप से बढाएगा। दृश्यकला विभाग की सहायक आचार्य पल्लवी सोनी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए व्याख्यान के विषय की महत्ता की चर्चा की । दृश्यकला विभाग की शिक्षिका डा0 सरिता द्विवेदी ने पेन्टिग की विभिन्न विधाओं में प्राकृतिक रंग के प्रयोग के बारे में छात्र-छात्राओं को अवगत कराते हुए उपस्थित जनसमूह के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया । विभाग की शिक्षिकाएं सुश्री रीमा सिंह एवं सरिता सिंह ने भी कला के क्षेत्र में व्यक्ति चित्रण एवं स्केचिंग के महत्व के बारे में छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रो0 आशुतोश सिन्हा, डॉ0 पल्लवी सोनी, डॉ0 सरिता द्विवेदी, सुश्री रीमा सिंह, श्रीमती सरिता सिंह, डॉ0 अलका श्रीवास्तव, डॉ0 प्रदीप त्रिपाठी, खलीक अहमद एवं बडी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपलब्ध रहें।