– फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत हुआ व्याख्यान
अयोध्या। झुनझुनवाला महाविद्यालय के जन्तु विज्ञान विभाग द्वारा फैकल्टी प्रोग्राम के अंतर्गत नई शिक्षा नीति : इसका महत्व ,यू जी पाठ्यक्रम संरचना एवं ऑनलाइन सीखने एवं परीक्षा प्रक्रिया विषय पर आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया इस अवसर पर व्याख्यान डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के भौतिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रोफेसर और बी एस सी प्रोग्राम समन्वयक प्रो के.के. वर्मा ने दिया।
इस अवसर उन्होंने नयी शिक्षा नीति में छात्रों को सर्जनात्मक अभिनव एवं विचारक बनाने कि आवश्यकता पर बल दिया गया है। इसके साथ ही प्रो वर्मा ने बताया कि नयी शिक्षा नीति शिक्षा में अच्छी चीजों का समावेश किया गया है जैसे बहुविषयक स्वत्व अधिकार कला विज्ञान और वाणिज्य का समामेलन स्ट्रीमफ्री विषय चुनने का अवसर;अर्थात दो मुख्या विषय सम्बंधित संकाय से और तीसरा मुख्या विषय सम्बंधित संकाय या अन्य संकाय जैसे कला से चुनने का अवसर तथा इसके साथ ही माइनर विषय किसी भी विषय का और इसके साथ ही सह.पाठ्यक्रम जैसे योग इत्यादि
और व्यावसायिक पाठ्यक्रम को भी चुनने का अधिकार , बहुभाषी दृष्टिकोण 2035 तक 50 प्रतिशत सकल नामांकन अर्जित क्रेडिट का अकादमिक क्रेडिट बैंक बनाना और एबीसी के माध्यम से क्रेडिट स्थानान्तरण एवं छात्रों द्वारा सीखने के लिए नियमित रचनात्मक मूल्यांकन पर ध्यान देने कि आवश्यकता , शिक्षण और सीखने में प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोगए स्वायत्तता सुशासन और अधिकारिता के माध्यम से नवाचार और आउट ऑफ बॉक्स विचारों को प्रोत्साहित करते हुए वयस्क और सार्वजनिक प्रकटीकरण के माध्यम से शैक्षिक प्रणाली की अखंडता पारदर्शिता और संसाधन दक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक हल्का लेकिन सख्त नियामक ढांचा उत्कृष्ट शोध जीवन कौशल जैसे संचार सहयोगए टीम वर्क और लचीलापन का समावेश करना प्रो के के वर्मा ने इस हेतु शिक्षण संस्था में आई टी इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ़ करने कि आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में डॉ अनुराधा शुक्ला, डॉ करुणेश कुमार तिवारी, मीनाक्षी मोदी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।