राम की पैड़ी पर टाइल्स बिछाने का काम कर रहा था बलराम
फैजाबाद। धर्म नगरी अयोध्या में देव दीपावली तैयारी के सिलसिले में आयोजन स्थल राम की पैड़ी पर टाइल्स बिछाने का काम कर रहा मजदूर दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गया। घायल मजदूर के इलाज के लिए शासन प्रशासन गम्भीर नहीं है मजबूरी में गरीब मां खेत बेंचकर अपने बेटे की जीवन रक्षा के लिए जिला चिकित्सालय में इलाज करा रही है।
तीन दिवसीय देव दीपावली के सिलसिले में आयोजन स्थल के सुन्दरीकरण का कार्य महीनों से युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। जहां जगमगाते पेट्रो लैम्प लगाये जा रहे हैं वहीं टाइल्स बिछाने का कार्य नये सिरे से किया जा रहा है। पड़ोसी जनपद बस्ती के ग्राम बक्शी सरैया थाना दुबौलिया निवासी 25 वर्षीय बलराम गिरी पुत्र परमात्मा गिरी को बतौर मजदूर टाइल्स बिछाने के लिए ठेकेदार राम की पैड़ी पर ले आया। मजदूर की मां मालती देवी ने बताया कि 13 दिन पहले ठेकेदार की बाइक से उसका बेटा गिरकर गम्भीर रूप से घायल हो गया ठेकेदार का तो यही कहना है कि बलराम बाइक से गिरकर घायल हुआ है परन्तु ठेकेदार की मोटर साइकिल न तो टूटी है और न ही उसे चला रहे ठेकेदार को खरोच आयी। मालती ने बताया कि बलराम को लाकर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया और उसे सूचना दी गयी। सूचना मिलने पर जब वह अस्पताल पहुंची तो उसका बेटा बेहोश था। हालत गम्भीर होने के कारण डाक्टर ने उसे लखनऊ रिफर कर दिया था। वह वापस घर गयी और खेत बेंचकर पैसे का बन्दोबस्त किया और बेटे के जीवन रक्षा के लिए लखनऊ मेडिकल कालेज ले गयी। पैंसा खत्म हो जाने के बाद लखनऊ मेडिकल कालेज से यह कहकर उसे छुट्टी दे दी गयी कि अब उसकी हालत ठीक है। किसी तरह वह उसे लेकर फैजाबाद पहुंची और जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। अभी भी बलराम की हालत गम्भीर बनी हुई है और आक्सीजन चलाकर उसे सांसे चलायी जा रही हैं। सिर में गम्भीर चोट लगने के कारण वह अभी भी पूरी तरह होश में नहीं आया है। अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय अस्पताल में भर्ती अपने एक रिश्तेदार को देखने सोमवार को आये और घंटो सीएमएस आवास पर बैठकर अर्नगल चर्चाएं करते रहे परन्तु देव दीपावली तैयारी से जुड़े मजदूर को देखने तक इमरजेंसी वार्ड मंे नहीं पहुंचे। बलराम की मां का कहना है कि कोई अधिकारी अभी तक अस्पताल नहीं आया और न ही इलाज के लिए धन की ही व्यवस्था की। अब तो उसे बेटे का जीवन राम के ही भरासे है।