अयोध्या। गायत्री पब्लिक स्कूल रेवतीगंज में भगवान श्री कृष्ण को समर्पित पर्व जन्माष्टमी धूम धाम से मनाया गया। प्रबंधक उमा शंकर शुक्ल ने भगवान श्री कृष्ण और मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
उप प्रबंधक रमा शंकर शुक्ल ने कहा कि मान्यता है कि भादो मास की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में आधी रात को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। कृष्ण जन्माष्टमी को कृष्णाष्टमी, गोकुलाष्टमी, अष्टमी रोहिणी, श्रीकृष्ण जयंती और श्री जयंती के नाम से भी जाना जाता है।जब भी दुनिया में अराजकता और आतंक का बोलबाला होता है, भगवान विष्णु धर्म के शासन को बहाल करने के लिए धरती पर विभिन्न अवतार लेते हैं।
श्री कृष्ण धर्म के रक्षक हैं जो दुनिया को अधर्म और उसके अनुयायियों द्वारा किसी भी तरह के नुकसान से बचाते हैं। इस अवसर पर पूरा विद्यालय प्रांगण कृष्ण की भक्ति में लीन रहा। विद्यार्थियों ने ’छोटी छोटी गईया छोटे छोटे ग्वाल, वो कृष्णा है, सपने में रात में आया मुरली वाला रे’ आदि कृष्ण भक्ति के रंगों में रंगे भजनों और गीतों पर अपनी प्रस्तुतियों से सबका दिल जीत लिया।
कार्यक्रम में वैष्णवी, श्रेया, आकृति, सनाया, पीहू, आनवी, अजेश विक्रम, दिव्यांश, दीपांकर, आराध्या, अविका, आदित्य, अलंकृता आदि बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। पूरा कार्यक्रम प्रिया पांडेय और सरस्वती तिवारी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। डॉ. हरि नाथ तिवारी और हरि ओम तिवारी की मौजूदगी में प्रधानाचार्या शिखा दूबे और प्रभा शंकर शुक्ल ने जन्माष्टमी की बधाई प्रेषित की।