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कड़ी चौकसी के बीच शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई चौदह कोसी परिक्रमा

-आस्था की डगर पर बढ़े लगभग 30 लाख श्रद्धालु, पूरी रात परिक्रमा पथ पर गूंजते रहे जयकारे


अयोध्या। अक्षय नवमी पर रामनगरी अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग पर आस्था का सैलाब उमड़ा। जय घोष के गगनभेदी उद्घघोष के बीच नंगे पैर लाखों श्रद्धालुओं ने परिक्रमा पथ पर कदम बढ़ाये। 24 घंटे चलने वाली 14 कोसी परिक्रमा सोमवार रात्रि 2.09 मिनट पर शुरू हुई। एटीएम की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चल रही परिक्रमा में श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। जोन और सेक्टरों में बंटे चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग पर परिक्रमार्थियों के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गईं थी। सरयू में स्नान और मंदिरों में दर्शनों के लिए भी तांता लगा रहा।14 कोसी परिक्रमा परिधि में नया घाट, नाका हनुमानगढ़ी, सहादतगंज हनुमानगढ़ी और गुप्तार घाट से होते हुए परिक्रमार्थी पुनः नया घाट पहुंच रहे थे।
अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा शुरू होने के बाद 24 घंटे चलती है। इसके पीछे मान्यता है कि परिक्रमा मार्ग पर एक पग चलने भर से पूर्व जन्म के तमाम पाप धुल जाते हैं। इसे वांछित संख्या के अनुसार पूरा करने पर लोगों की मनौतियां भी पूरी होती हैं। अयोध्या की परिक्रमा का महत्व और भी ज्यादा है। यहां की परिक्रमा का अर्थ अयोध्या के पांच हजार से अधिक मंदिरों में विराजमान ठाकुरजी व ऋषियों-मुनियों के स्थलों की परिक्रमा एक ही बार में पूरी कर लेना है।यह भी मान्यता है कि अक्षय नवमी पर किया गया पुण्य अक्षय हो जाता है।

चौदह कोसी परिक्रमा में शामिल होने वाले राम भक्तों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन सतर्क रहा। पूरे मेला क्षेत्र को सुरक्षा के दृष्टिकोण से पांच जोन वह 12 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था को संचालित किया गया। मण्डलायुक्त गौरव दयाल, डीएम नितिश कुमार,आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी राजकरण नैय्यर , एडीएम सलिल पटेल,एसपी सिटी मधुबन सिंह,सिटी मजिस्ट्रेट अरविंद द्विवेदी सहित जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारी मेला क्षेत्र में भ्रमणशील रहे। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि जैसा अनुमान लगाया गया था कि परिक्रमा में लगभग 20 लाख श्रद्धालु शामिल होंगे किन्तु अनुमान से अधिक लगभग 30 लाख लोगों ने परिक्रमा की। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण ढंग से परिक्रमा सम्पन्न हुई।

सेवा शिविर लगाकर परिक्रमार्थियों हुई सेवा

अयोध्या। चौदह कोसी परिक्रमा के दौरान विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों व संस्थाओं द्वारा शिविर लगाकर जगह-जगह सेवा की गयी। प्रभु श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या की शास्त्रीय सीमा की चौदह कोसी परिक्रमा मे धारा रोड पर अफीम कोठी के पास आरोग्य भारती अयोध्या, कलश आयुर्वेदम्, विश्व आयुर्वेद परिषद द्वारा, नाका हनुमानगढ़ी रामनगर रोड पर सेवा भारती, जनौरा व गद्दोपुर चुंगी पर होम्योपैथी महासंघ सपना फाउंडेशन के संयोजन में परिक्रमार्थियों की सेवा हेतु निःशुल्क चिकित्सा शिविर, जलपान, एवं भोजन प्रसाद वितरण शिविर लगाकर सेवा की गई। अफीम कोठी के पास चिकित्सा शिविर का शुभारंभ आरोग्य भारती के अवध प्रान्त सह मन्त्री डा उपेन्द्र मणि त्रिपाठी , अयोध्या महानगर मंत्री डॉ पंकज श्रीवास्तव ,महिला कार्य प्रमुख डा कल्पना कुशवाहा, विश्व आयुर्वेद परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ आनन्द उपाध्याय व सेवा भारती के मन्त्री डा प्रेम चंद्र पाण्डेय ने भगवान धन्वंतरि के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस शिविर मे हजारों श्रद्धालुओं की सेवा हेतु दर्द निवारक, उल्टी, सर्दी, बुखार, खांसी, मिचली, गैस , डायरिया व दस्त आदि रोगों की औषधि व चलने फिरने मे असमर्थ परिक्रमार्थियों की निःशुल्क मरहम पट्टी करने मे आयुर्वेद उपचारिका रुचि सिंह रेनू यादव अनीता व आयुर्वेद फार्मेसिस्ट संगम भारती सत्य कुमार सिंह पूर्णिमा आर्या ज्योति अमिता वर्मा मोनिका जायसवाल,शैलेन्द्र गोस्वामी , आयुर्वेद उपचारिका की छात्रा प्रतीक्षा गोस्वामी , सहयोगी ब्लूमिंग किड्स के प्रबंधक विनय निषाद व प्रधानाचार्य रमा उपाध्याय , डाबर आरोंग्य चिकित्सालय के प्रबंधक धर्मेंद्र श्रीवास्तव , गणेश गौड़,अमर प्रवास मेडिकल सेंटर से विवेक श्रीवास्तव, सुशीला वर्मा, मेडिकल न्यूज़ के प्रबंध संपादक अनुभव गुप्ता युवराज यादव व राजेश यादव आदि जनौरा में सुनील दुबे, मोहित पांडेय,दिव्यांश, आकाश, बृजेन्द्र दुबे, लवकुश ,अमित शंकर ने सहयोग दिया।


चौदह कोसी परिक्रमा में सांसद लल्लू सिंह द्वारा अयोध्या में मानस भवन के पास, जनौरा व ककरही बाजार में श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु शिविर लगाया गया। सूर्यकुंड में चाणक्य परिषद द्वारा लगाये गए शिविर की सांसद ने शुरुआत की। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद सांसद का स्थानीय लोगो ने स्वागत किया। सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि रामनगरी अयोध्या ने विश्व को मर्यादा व अनुशासन की शिक्षा प्रदान की है। राम के आदर्शो को आत्मसात करके व्यक्ति अपने जीवन को आनंदमय कर सकता है। अयोध्या में परिक्रमा करने से शरीर में आध्यात्मिक उर्जा का संचार होता है। यह आध्यात्मिक उर्जा जीवन के हर मोड़ पर हमें प्रगति की ओर अग्रसर करती है। उन्होने कहा कि श्रद्धालुओं की अपेक्षा पूरी करने के लिए चौदह व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण सरकार के द्वारा किया जा रहा है। रामनगरी को विकसित करने के लिए योजनाओं की श्रंखलाएं प्रदान की गई है। अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को वैश्विक मानकों के अनुसार सुविधाए प्रदान करने के लिए सरकार कटिबद्ध है। भाजपा मीडिया प्रभारी दिवाकर सिंह ने बताया कि मानस भवन व ककरही बाजार के शिविर का उद्घाटन पूर्व जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह, जनौरा के शिविर का उद्घाटन पूर्व जिलाध्यक्ष कमलाशंकर पाण्डेय ने किया। मौके पर रवि सोनकर, मनमोहन जायसवाल, राकेश सिंह, बालकृष्ण वैश्य, विकास कुमार, धर्मेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।

नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने आज पौराणिक चौदहकोसी परिक्रमा पथ का भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न सेवा समितियां द्वारा लगाए गए पंडालों में पहुंचकर परिक्रमार्थी श्रद्धालुओं की सेवा की। विधायक अयोध्या ने केंद्रीय दुर्गा पूजा एवं रामलीला समिति के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए प्राथमिक चिकित्सा कैंप में पहुंच कर श्रद्धालुओं की सेवा की। उसके बाद सिंधी समाज अयोध्या के द्वारा लगाए गए पंडाल में आयोजित भंडारा में शरीक होकर भक्तो के बीच प्रसाद का वितरण किया। इसी कड़ी में श्री अग्रवाल सभा व श्री अग्रवाल महिला सभा के द्वारा लगाए गए पंडाल में परिक्रमार्थी श्रद्धालुओं के बीच भंडारा प्रसाद का वितरण किया। परिक्रमा पथ के भ्रमण के दौरान मारवाड़ी सेवा ट्रस्ट, सम्मान फाउंडेशन, अनेक एनजीओ व समाजसेवी संस्थाओं द्वारा लगाए गए कैंपों में पहुंचकर आयोजकों का उत्साहवर्धन किया व श्रद्धालुओं का कुशल छेम पूछा। इस अवसर पर मनोज जायसवाल, केशव बिगुलर, हरीभजन गौड़, गगन जयसवाल, शोभित कपूर, दीपक अग्रवाल,उत्तम बंसल आदि लोग मौजूद रहे।

प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय द्वारा चौदह कोसी परिक्रमा के अवसर पर भीखापुर में सेवा शिविर लगाया गया। शिविर की शुरुआत महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने किया। प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि रामराज्य को सबसे अच्छे शासन की संज्ञा दी जाती है। रामराज्य की परिकल्पना को आत्मसात करते हुए केन्द्र व प्रदेश सरकार अंतिम व्यक्ति को योजनाओं का लाभ दे रही है। महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने कहा कि रामायण का अध्ययन से हमारी जीवन शैली में आदर्श, मर्यादा व अनुशासन के रंग घुल जाते है। जिससे व्यक्तित्व में निखार आ जाता है। राम के नाम का स्मरण मात्र से ही कष्ट दूर हो जाते है। राम को अपने हृदय में धारण करके आस्था का जनसैलाब चौदहकोसी परिक्रमा में सड़क पर दिखाई देता है। मौके पर शैलेन्दर कोरी, बाबूराम यादव मौजूद रहे।

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Written by Next Khabar Team

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