प्रशासनिक लापरवाही हुई उजागर
मिल्कीपुर। खण्डासा थाना क्षेत्र के तुलापुर गांव में भंडारे का बचा हुआ विषाक्त भोजन खाने से चार छुट्टा गोवंश की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से बीमार है जिसका इलाज पशु स्वामी द्वारा किया जा रहा है 25 मई को तुलापुर ग्राम पंचायत के रहने वाले जगतपाल पुत्र नथ ई यादव के यहां भंडारा था भंडारे के बाद बचा हुआ भोजन गांव के बगल झाड़ियों में फेंक दिया गया जिसको खाने से 4 गोवंश मौत के मुंह में समा गए तथा गांव निवासी सत्यदेव सिंह की एक भैंस गंभीर रूप से बीमार हो गई 27 मई को मामला मीडिया में आने के बाद भी प्रशासन की लापरवाही ज्यों की त्यों बनी रही मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनंद ने इस मामले में कहा कि आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश खंड विकास अधिकारी अमानीगंज को दिए जा रहे हैं जबकि खंड विकास अधिकारी अमानीगंज का कहना है कि मुझे इस प्रकरण की जानकारी अभी हो रही है पशुओं का मेडिकल कराकर दोषी लोगों के बिरुद्ध कार्यवाही की जाएगी उपजिलाधिकारी मिल्कीपुर केडी शर्मा ने बताया कि विषाक्त भोजन फेंकने वाले लोगों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए खण्डासा पुलिस को कहा जा रहा है मामले में प्रशासन की संवेदनहीनता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खबर लिखे जाने तक पशुपालन विभाग की टीम ने मृत पशुओं का मेडिकल भी नहीं किया था जबकि पशुओं की मौत 26 मई को देर शाम हो चुकी थी सभी पशु गांव के बाहर इधर उधर पड़े हुए हैं और यदि उनका मेडिकल कराकर अंतिम संस्कार नहीं किया गया तो गांव में महामारी फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है एक और जहां जिलाधिकारी ने आदेश जारी किया है कि छुट्टा पशुओं को गांव में पाए जाने पर संबंधित लेखपाल व ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी वहीं दूसरी ओर तुलापुर गांव में 4 पशुओं की मौत ने प्रशासनिक आदेश की धज्जियां उड़ा कर रख दी है क्योंकि खबर लिखे जाने तक प्रशासन का कोई भी व्यक्ति घटनास्थल पर नहीं पहुंचा था।