शिशुओं में तीन बालिकाएं व एक बालक शामिल
फैजाबाद। जीवन हास्पिटल नाका में 28 वर्षीया शिल्पी जायसवाल ने एक साथ चार शिशुओं को जन्म दिया जो कौतूहल का विषय बना हुआ है। पूराकलन्दर थाना क्षेत्र के रानाबाजार निवासी अरूण जायसवाल की पत्नी शिल्पी जायसवाल को प्रसव के लिए नाका स्थित जीवन हास्पिटल में भर्ती कराया गया था जन्माष्टमी की संध्या लगभग 6.30 बजे सीजर आपरेशन से डा. धमेन्द्र सिंह ने शिल्पी जायसवाल के गर्भ में पल रहे चारों बच्चों को सुरक्षित निकाला। इन चारों बच्चों में तीन बालिका व एक बालक है। हास्पिटल के संचालक डा. रत्नेश पाण्डेय का कहना है कि तीन बच्चों का वजन 1800 से 200 ग्राम के मध्य है जबकि एक बालिका का वजन मात्र 1200 ग्राम है। हास्पिटल संचालक डा. रत्नेश पाण्डेय का कहना है कि नवजात शिशु का मानक वजन कम से कम 3 किलोग्राम होना चाहिए इसीलिए सभी शिशुओं को चाइल्ड केयर यूनिट में रखवाया गया है। उन्होंने बताया कि एक ही गर्भाशय से चार शिशुओं का जन्म प्रकृति का अजूबा ही है।
बच्चो के पिता अरूण जायसवाल ने जिला महिला चिकित्सालय में यूनीसेफ द्वारा निर्मित कराये गये चाइल्ड केयर यूनिट में सभी बच्चों को रखवा दिया है। चाइल्ड केयर यूनिट में तैनात स्टाफ नर्स का कहना है कि सभी बच्चों का जीवन सुरक्षित है तथा वह शीघ्र ही पूर्णरूप से स्वस्थ्य हो जायेंगे। बताते चलें कि अरूण जायसवाल का विवाह शिल्पी जायसवाल से सन् 2014 में हुआ था। शिल्पी जायसवाल की यह पहली डिलेवरी है।