अयोध्या। पति- पत्नी के बीच मनमुटाव इतना बढ़ा कि दोनों ने अपने-अपने रास्ते अलग करने के लिए दावा ठोंक दिया। हालांकि परिवार परामर्श केंद्र में दोनों पक्षों को समझाया-बुझाया गया तो दोनों के गले-शिकवे दूर हो गए तथा दोनों फिर से साथ-साथ रहने को राजी हो गए। केंद्र ने दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता कराने के बाद उनके घर रवाना किया है।
बताया गया कि एक विवाहिता ने अपने ससुरालीजनों के खिलाफ प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था और दहेज की मांग की भी शिकायत की थी। विवाहिता अपने पति और ससुरालीजनों के साथ रहने को तैयार नहीं थी। मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा होने के चलते प्रकरण को काउंसिलिंग के लिए महिला सहायता प्रकोष्ठ,परिवार परामर्श केन्द्र के हवाले किया गया था। परिवार परामर्श केन्द्र की ओर से नोटिस जारी कर दोनों पक्षों को बुलाया गया और उनका पक्ष सुना गया।
इसके बाद दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठा कर परिवार परामर्श केन्द्र के सदस्यों ने आरोप-प्रत्यारोप सुनने के बाद दोनों पक्षों को समझाया-बुझाया। समझाने-बुझाने के बाद दोनों पक्ष सुलह समझौते के लिए तैयार हो गए। शनिवार को दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता होने के बाद परिवार परामर्श केंद्र से दोनों को नए जीवन यापन के लिए विदा किया गया है। इस दौरान केंद्र के काउंसलर ओम प्रकाश नाहर, उपनिरीक्षक राम प्रकाश और महिला आरक्षी संजना चौहान व शुभांशी मौजूद रहीं।