पुलिस ने सात करोड़ कीमत बता लूटी थी वाहवाही
फैजाबाद। तस्कर गिरोह के पास से बरामद दोमुहा सांप की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में सात करोड़ बताकर वाहवाही लूटने वाली पुलिस का भण्डाफोड प्रभागीय वनाधिकारी ने करते हुए बताया कि इस सांप की वास्तविक कीमत सात करोड़ न होकर महज कुछ हजार रूपये ही है। पुलिस ने जिस सांप को वन प्रभाग को सौंपा है उसका वैज्ञानिक नाम एरिक्स जोहनी है।
प्रभागीय वनाधिकारी डा. रवि कुमार सिंह ने अवगत कराया है कि एसपी सिटी की सूचना के आधार पर वन विभाग की तीन सदस्यीय वाइल्ड लाइफ टीम के उप क्षेत्रीय वनाधिकारी विक्रमजीत, वन दरोगा अभिषेक व वन रक्षक पन्नालाल ने मु.अ.सं. 264/18 दर्ज नगर पालिका की जांच शुरू कर दी है। उक्त दो अदद दोमुहा सांप को वन प्रभाग ने अपनी अभिरक्षा में लेकर 27 जुलाई को न्यायालय के सामने अभियुक्तों सहित प्रस्तुत किया। विभाग ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत वाद जारी किया है तथा धारा 9 व धारा 50 के तहत छानबीन की जा रही है। उन्होंने बताया कि जप्त किये गये जीवित दोमुहा सांप की रिलीज एप्लीकेशन सीजेएम न्यायालय में दाखिल किया गया है जिसके आधार पर दोनों सांपों को पुनः उनके प्रकृताआवास यानी की कतर्निया घाट सेंचुरी में रिलीज किया जायेगा। डीएफओ द्वारा स्पष्ट किया गया है कि तराई के जंगलों में बलुई मिट्टी मे रहने वाले इस दोमुहा सांप की तस्करी में अन्तर्राज्यीय गिरोह के शामिल होने की कोई सम्भावना नहीं है। सांप तस्करी में शामिल पकड़े गये सातों अपराधियों को वन्यजीव संरक्षण अनिनियम अनुसूची चार के तहत तीन से सात साल की सजा का प्राविधान है। इससे पहले भी वन विभाग की वाइल्ड लाइफ टीम ने कछुआ तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।