-कोर्ट से स्टे के बावजूद अयोध्या कोतवाल विपक्षियों का दे रहे साथ
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में पैतृक मंदिर पर बाहरी व्यक्ति कब्जा करना चाह रहा है। पहुँचवाला होने से पीड़ित को ही मंदिर में चोरी करने के आरोप में जेल भी पहुंचा दिया। अब पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर दर भटक रहा है। पीड़ितों का कहना है कि अयोध्या कोतवाल भी विपक्षियों का ही साथ दे रहे है और हम लोगों को मंदिर खाली करने की धमकी दे रहे हैं।
मामला बाबूबाजार स्थित पटना मंदिर अयोध्या से जुड़ा है। गुरुवार को परिवार सहित जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे रवि मिश्र ने इस बाबत ज्ञापन दिया। बताया कि उसके बाबा विश्वनाथ मिश्र आजीवन पटना मंदिर के पुजारी व देखरेख करते रहे हैं। 2005 में उनकी मृत्यु के बाद पिता जी पटना मंदिर में पूजा पाठ व देख रेख करते आए हैं। मंदिर में ही हम लोग रहते हैं। जुलाई 2023 में विपक्षीगण मंदिर में हकदारी को लेकर फैज़ाबाद में फर्जी कागजातों के आधार पर दावा कर दिया। जिसके बाद हम लोग कोर्ट स्टे ले आए लेकिन विपक्षी पहुंच वाले हैं। जिसके कारण मेरी सुनवाई नहीं हुई।
जिसे लेकर हाईकोर्ट में वाद दाखि़ल किया गया। स्टे व डायरेक्शन के बाद अधिकारियों ने स्पष्टीकरण दिया। मौजूदा लेखपाल को हटा दिया । कुछ समय बाद विपक्षी हमारी ही मंदिर में चोरी का आरोप लगाकर जेल भेजवा दिया। 51 दिन के बाद हम लोगों को जमानत मिली है। अपने हक के लिए डीएम साहब को प्रार्थना पत्र देने आए हैं। मौके पर जनकनन्दन, वृजनन्दन, राजनन्दन आदि ने बताया कि विपक्षी अरुण किशोर, उपेन्द्र किशोर मंदिर पर कब्जा करने को आमादा हैं। यदि शासन प्रशासन गुहार नहीं सुनता तो कोई भी अनहोनी हो सकती है।