-परिवार के करुण क्रंदन से दहल उठे लोग
अयोध्या। नगर कोतवाली के रायबरेली रोड स्थित सनबीम स्कूल में 10वी की छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में स्कूल के प्रबंधक बृजेश यादव, प्रधानाचार्य रश्मि भाटिया और खेल टीचर अभिषेक कनौजिया के खिलाफ गैंगरेप, साजिश साक्ष्य मिटाने व हत्या की धारा में थाना कैंट में एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर छात्रा के बाबा की तहरीर पर थाना कैंट में दर्ज हुई है। बताया जा रहा है की पुलिस ने गेम टीचर को हिरासत में लिया है। शुक्रवार को छात्रा सुबह रायबरेली हाइवे किनारे स्थित सनबीम पब्लिक स्कूल गई थी।
सिद्धार्थनगर में प्राइमरी शिक्षक के पद पर तैनात उसकी मां इंदौर मध्य प्रदेश और बीपी पेट्रोलियम में एक्जीक्यूटिव के पद पर तैनात पिता प्रतापगढ़ गए थे। चाचा का कहना था कि घायल बेटी को स्कूल की प्रधानाचार्य ने पहले नाका स्थित प्राइवेट नर्सिंग होम में दिखवाया और फिर नियावां स्थित नर्सिग होंम में भर्ती कराया। जहां खून चढ़ने के बाद अनन्या की मौत हो गई। सनबीम स्कूल में छत से गिरकर छात्रा की मौत हुई थी। स्कूल प्रशासन पहले यह बातें छिपा रहा था, लेकिन सीसीटीवी से स्कूल की पोल खुल गई। प्रधानाचार्य ने परिजनों व मीडिया को गुमराह किया था। लगातार बताया जा रहा था कि झूले से गिरकर मौत हुई थी, जिस जगह पर गिरी थी छात्रा वहां से खून के निशान भी मिटाए गए थे। गुरुवार तक जिस घर में रोजाना बिटिया की चहक गूंजती थी शनिवार को वहां चित्कार और सिसकियों से लोगों की आंखें आसुओं से भरती गईं। पिता के आवास पर जुटी लोगों की भीड़ बेटी की मौत से अवाक दिखी। हर कोई एक दूसरे से इस अनहोनी को लेकर सवाल पूछता दिखाई दिया। घर के भीतर से रह रह कर आती विलाप की आवाजें और करुण क्रंदन लोगों के कलेजे दहला रहा था।
माँ तो बस बेटी का नाम बुलाकर सुधबुध खो बैठतीं। मां के साथ इंदौर से आई बड़ी बहन भी किसी के संभाले नहीं संभल रही थी। वह भी बहन को पुकारते पुकारते बेहाल हुई जा रही थी। पिता तो जहां के तहां जड़ होकर बैठे रहे, रात भर रोते-रोते उनकी आंखें सूज चुकी थीं। बस इतना कहते कहां चली गई हमारी बिटिया रानी, कल ही तो कह रही थी पापा गर्मी की छुट्टी हो गई कहीं बाहर घूमने चलें। दिन और रात सपनों को पूरा करने के लिए कुलांचे मारने वाली बेटी की मौत से उसके और माता – पिता के संजोए सपने भी टूट गए।
सवालों से घिरा सनबीम स्कूल प्रबंधन
सनबीम की हाईस्कूल की छात्रा की मौत की मिस्ट्री तमाम सवालों से घिरी हुई है। हर सवाल में स्कूल प्रबंधन और स्टाफ बुरी तरह से घिरता दिखाई दे रहा है। छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर अभी पुलिस के पास कोई ठोस जवाब नहीं है। हालांकि एसओजी समेत पुलिस की टीमें सनबीम स्कूल का कोना – कोना और सीसीटीवी की एक एक खंगाल रहीं हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि प्रधानाचार्या रश्मि भाटिया अपने स्कूल के कर्मचारी से फोन पर किस घुंघराले बाल वाले पुलिस कर्मी की बात कर रही थी जिससे उसे कुछ बताना या पूछना था?(लोगो द्वारा रात में स्कूल में चुपके से घुस रहे कर्मचारी को पकड़कर प्रिंसिपल से बात कराने के ऑडियो में) और पुलिस ने छात्रा के झूले से गिरने का झूठ क्यों, किसलिए और किसके लिए बोला? दूसरा सवाल यह है कि छात्रा के गिरने के बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल के बजाए निजी अस्पताल क्यों ले जाया गया, वह भी उसरू से छह किलोमीटर दूर नियांवा में? तीसरा सवाल यह है कि प्रधानाचार्या ने छात्रा को छुट्टी में स्कूल क्यों बुलाया.? बंद कमरे में क्या बातचीत की और क्या कहा? चौथा बड़ा सवाल यह है कि छात्रा तीसरी मंजिल से गिरी तो उसे बाहरी हिस्से में दिवार के नजदीक गिरना चाहिए था वह नींव से आठ फिट दूर कैसे गिरी?पांचवा सवाल यह है कि उसके गिरने के 15 मिनट तक स्कूल का कोई भी जिम्मेदार मौके पर क्यों नहीं पहुंचा? छठवां सवाल यह है कि यदि छात्रा ने डिप्रेशन में आत्महत्या की जैसा चर्चा में आ रहा है तो स्कूल जाकर यह कदम काहे उठाया? सातवें सवाल में सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानाचार्या से बातचीत के बाद छात्रा तीसरी मंजिल पर क्यों गई थी, क्या कोई बुला कर ले गया था, यदि हां तो कौन? ये कुछ सवाल हैं जिनके जवाब के लिए पुलिस और एसओजी स्कूल खंगाल रही है।
सामाजिक संगठनों ने जताया आक्रोश, दोषियों को कठोरतम सजा दिए जाने की मांग
– सनबीम स्कूल की छात्रा की मौत पर विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक संगठनों ने आक्रोश जताया है सभी ने हत्याकाण्ड के दोषियों के विरूद्ध कठारेरतम कार्रवाई किये जाने की मांग की है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ अनन्या श्रीवास्तव हत्याकांड पर आक्रोशित है। प्रांतीय ऑडीटर एवं जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी ने सनबीम विद्यालय की छात्रा कहा कि हत्या के दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए जो एक नजीर बन सके।
जिला मंत्री चक्रवर्ती सिंह ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना से शिक्षा जगत स्तब्ध है। जिला कोषाध्यक्ष यीरैन्द्र भारती,वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह,जिला उपाध्यक्ष ओम प्रकाश यादव ने घटना की कड़ी निंदा की है। संतोष द्विवेदी, अरविंद पाठक, आलोक द्विवेदी, महेंद्र यादव, अभिषेक यादव, सीमा सिंह, विद्या यादव, सत्येंद्र गुप्त, संतराज वर्मा, धर्मवीर सिंह चौहान, भगवती यादव, उद्धव श्याम तिवारी आरिफ मोहम्मद खान अविनाश पांडे सत्येंद्र पाल सिंह जमाल अहमद मोहम्मद गयास ने घटना का शीघ्र पर्दाफाश करते हुए अपराधियों को जेल भेजे जाने की मांग किया है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सूर्य कांत पाण्डेय ने सनबीम स्कूल की घटना को मानव समाज के लिए शर्मनाक बताते हुए इसे दरिंदगी कहा है। उन्होंने कहा कि घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि यह विद्यालय के जिम्मेदार लोगों की प्रवृत्ति में शामिल हैं। यह अपराध सुनियोजित तरीके से किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को संपूर्ण मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा इनके द्वारा किए गए पूर्व की घटनाओं का भी खुलासा किया जाना आवश्यक है। जनपद के लिए यह मानवीय संवेदना के खिलाफ चुनौती है।
समाज को इसे गंभीरता से ग्रहण करके जागरूकता का अभियान चलाना होगा। श्री पाण्डेय ने प्रशासन से मांग किया कि सभी अपराधियों पर विशेष न्यायालय में मुकदमा चलाकर सजा दिलाई जाए। शहीद भगतसिंह स्मृति ट्रस्ट के चेयरमैन सत्यभान सिंह जनवादी ने सनबीम स्कूल में पढ़ रही 10वीं की छात्रा की मौत उसी स्कूल में रहस्यमयी तरीके से तीसरी मंजिल के छत से फेकने या गिरने पर हुई।बेहद दुःखद घटना,विनम्र श्रद्धाजंलि देते हुए नमन किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय की लापरवाही से बेटी की जान गई।और विद्यालय की प्रिंसपल बेटी के घरवालों को गुमराह कर रही थी कि झूले से गिर गई।
सीसी टीवी में जब आया तब माजरा समझ मे आया। ट्रस्ट जिला प्रशासन से मांग करता है कि अपराधियों की किसी भी दशा में तत्काल गिरफ्तार करके जेल भेजे और स्कूल में को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करते अयोध्या की निर्भया को न्याय दे। ताकि ऐसे घिनौने काम करने वालों का साहस न हो।