जिला गन्ना अधिकारी के आश्वासन पर शांत हुए किसान
रुदौली। रौजागांव चीनी मिल की ओर से गन्ने की पर्चियों को जारी न करने पर सोमवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। किसान नेता दिनेश दुबे नेतृत्व में किसानों ने गन्ना समिति के दफ्तर पर जमकर हंगामा काटा ।साथ ही गन्ना विभाग पर चीनी मिल के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया। बाद में जिला गन्ना अधिकारी के आश्वासन पर किसान शांत हुए।
सोमवार दोपहर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए गनौली गन्ना समिति के दफ्तर पहुंच गए। जहां किसानों ने कार्यालय में पर्चियां न मिलने से जमकर हंगामा काटा। इसके बाद सभी किसान धरने पर बैठ गए। किसानों ने आरोप लगाया कि रौजागांव चीनी मिल स्थानीय किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बाहर का गन्ना तो खरीदा जा रहा है, जबकि स्थानीय किसानों को पर्चियां नहीं दी जा रही है। किसानों ने आरोप लगाया कि अन्य चीनी मिलों में पेराई सत्र का 7वां और आठवाँ पखवाड़ा चल रहा है जबकि रौज़ागाँव चीनी मिल में अभी दूसरे पखवाड़े की पेराई ही चल रही बीच में तीसरा और चौथा पखवाड़ा शुरू किया गया था लेकिन बंद करके फिर दूसरे पखवाड़े पर ले आये किसानों का कहना है कि क्षेत्रीय किसानों को पहले पर्ची दी जाए और बाहरी किसानों को बाद में । इसी बीच मामले की जानकारी होने पर पहुचे क्षेत्रीय विधायक राम चन्द्र यादव ने किसानों की मांग जायज बताते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द किसानों की समस्या से निजात के निर्देश दिए ।उन्होंने चीनी मिल के अधिकारियों से इस संबंध में भी वार्ता की। जिला गन्ना अधिकारी ए के सिंह को किसानों ने छः सूत्रीय मांग पत्र भी सौपा ।जिला गन्ना अधिकारी किसानों की मांगो को जल्द से जल्द पूरी कराने का आश्वाशन दिया तब किसान शांत हुए वही किसान नेता दिनेश कुमार दुबे ने बताया कि यदि मांगे पूरी नही हुई तो किसान यूनियन के कार्यकर्ता और क्षेत्रीय किसान 15 फरवरी को फिर से धरने पर बैठेंगे।