-दिसंबर के पहले सप्ताह तक नहर में छोड़ा जाएगा पानी
मिल्कीपुर। रबी फसल की सिंचाई के लिए वर्तमान में मिल्कीपुर क्षेत्र के किसानों को नहर के पानी की आवश्यकता है। स्थिति यह है कि क्षेत्र की नहर सूखी हैं। उसमें अब तक पानी नहीं आया है। इस कारण इलाके के हजारों किसान परेशान हैं। सिंचाई नहीं होने से किसानों की गेहूं और चने की फसल की बुआई खराब होने का डर सता रहा है। इस संबंध में किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत की है, लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
मिल्कीपुर तहसील के अमानीगंज एवं मिल्कीपुर विकासखंड के मध्य से गुजरी सुल्तानपुर अयोध्या यूनाइट ब्रांच नहर में पानी इन दिनों नहीं आ रहा है, सैकड़ों गांवो तक इसी नहर का पानी सिंचाई के लिए पहुंचता है। जिससे अमानीगंज, विनायकपुर नंदौली, टंडवा, घटौली,मसेड़ा,अजरौली, गोकुला ब्राहिनपुर,बेनी दत्ता का पुरवा,पाराधमथुआ,पूरब गांव झाऊ का पुरवा सहित लगभग हजारों गांवों के किसानों को इस नहर से लाभ मिलता है, लेकिन नहर में पानी न आने के कारण किसान रबी सीजन की फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे है। स्थिति यह है कि सिंचाई नहीं होने से खेतों में नमी खत्म हो गई है। जिससे खेतों में दरारें आने लगी हैं ,और जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
अमानीगंज व मिल्कीपुर विकासखंड क्षेत्र के रामजी मौर्य, देवीदीन पाण्डेय, नरसिंह ,दिनेश कुमार, सूरज मौर्या, राज कुमार तिवारी ,ओम प्रकाश तिवारी, ओपी सिंह राजेश कुमार, रमानिवास आदि किसानों ने बताया की किसानों की फसल पानी के अभाव में ख़राब होने की कगार पर है। आर्थिक रूप से मजबूत किसान तो ट्यूबवेल से खेतों में सिंचाई कर रहे हैं।
गरीब वर्ग के किसान डीजल महंगा होने की वजह से ऐसा कर पाने में असमर्थ साबित है। अवर अभियंता रमेश कुमार यादव से जब जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि इस समय नहर एवं माइनरों के सिल्ट की सफाई चल रही है दिसंबर के पहले सप्ताह तक नहर में पानी छोड़ा जाएगा।