मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों के कार्यो व उनके प्रभाव के मूल्यांकन का कार्य भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली से गठित 7 सदस्यीय उच्चस्तरीय दल ने बुधवार को प्रारम्भ कर दिया।
इस दल ने मंगलवार को कृषि विज्ञान केंद्र बस्ती का निरीक्षण व अवलोकन किया। बुधवार को विश्वविद्यालय के हाईटेक हाल में प्रसार निदेशालय द्वारा तैयार प्रदर्शन का प्रस्तुतिकरण निदेशक प्रसार डॉ ए पी राव ने किया। निदेशक प्रसार ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह के सूक्ष्म मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केंद्रों की कार्यप्रणाली को और पारदर्शी तथा उपयोगी बनाने के प्रयास निरन्तर चल रहे हैं जिससे किसानों व ग्रामीणों को बेहतर कृषि तकनीक,ग्रामीण उद्यम व आय बढ़ाने की उन्नत जानकारी उन तक पहुंचाई जा सके।
मूल्यांकन दल ने प्रगतिशील कृषकों से भी भेंट की तथा केंद्रों के प्रदर्शन व कृषि विकास में उनकी भूमिका को और उपयोगी बनाने के लिए उनके सुझाव मांगे। कृषि विज्ञान केंद्रों की पँचवार्षिक समीक्षा के लिए आये दल ने विभिन्न जनपदों में संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रभाव तथा उनके संचालन में आ रही कठिनाइयों पर विस्तृत चर्चा की।
इस अवसर पर निदेशक प्रसार डॉ ए पी राव ने दल के सदस्यों का स्वागत किया। बुधवार को मूल्यांकन बैठक में दल के अध्यक्ष सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ गया प्रसाद ने विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा संचालित गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमारेके केंद्र भारत सरकार के वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प को पूरा करने में अभूतपूर्व भूमिका निभा सकते हैं और इनके प्रयासों के परिणाम सामने आ भी रहे हैं। समीक्षा बैठक के दौरान विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सभी 23 कृषि विज्ञान केंद्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ प्रसार निदेशालय के सभी वैज्ञानिक उपस्थित रहे।
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