परीक्षकों को थर्मल स्केनिंग के बाद मूल्यांकन की मिली अनुमति
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में आज से केन्द्रीय मूल्यांकन प्रारम्भ हो गया है। देशव्यापी लॉकडाउन के तृतीय चरण में केन्द्र व प्रदेश सरकार के दिये गये निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन की अनुमति पर विश्वविद्यालय ने मूल्याकंन कार्य में लगे परीक्षकों को थर्मल स्केनिंग के उपरांत ही मूल्यांकन की अनुमति दी जा रही है। मूल्याकंन में सिर्फ अयोध्या जनपद के स्थानीय परीक्षकों को बुलाया गया है। बाहरी जनपदों के परीक्षकों को अभी मूल्यांकन के लिए नही बुलाया गया है। आज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने केन्द्रीय मूल्याकंन भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय कुलपति ने कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में मुख्य प्रवेश द्वार पर परीक्षकों की हो रही थर्मल स्केनिंग की प्रक्रिया के निरीक्षण के बाद परीक्षकों को प्रवेश कराया। कुलपति ने अधिकारियों को निर्देश प्रदान किया कि सभी परीक्षक मास्क, सेनिटाइजर एवं सोशल डिस्टेसिंग के साथ परिसर में प्रवेश करें। इसके साथ ही अधिकारियों को निर्देश प्रदान किया कि आरोग्य सेतु ऐप एवं आयुष कवच ऐप को मोबाइल में डाउनलोड करने के उपरांत ही परीक्षकों को मूल्याकंन में लगाया जाये जिससे इस ऐप के माध्यम से संक्रमण से सतर्क हो सके। कुलपति ने परिसर के अन्य विभागों का भी दौरा किया। सोशल डिस्टेसिंग, सेनिटाइजेशन के संदर्भ में अधिकारियों को निर्देश प्रदान किया। परीक्षा नियत्रंक उमानाथ ने बताया कि कुलपति जी के निर्देश पर आज से मूल्याकंन प्रारम्भ कर दिया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराने के लिए अयोध्या जनपद के स्थानीय परीक्षकों को बुलाया गया है। जिलाधिकारी महोदय से अनुमति के उपरांत ही परीक्षकों को बुलाया गया है। बाहरी जिलों के परीक्षकों को अभी नही बुलाया गया है। आज मूल्यांकन में बीएससी तृतीय वर्ष के फिजिक्स, कमेस्ट्री एवं बॉट्नी विषय एवं बीए तृतीय वर्ष के संस्कृत, प्राचीन इतिहास, अंग्रेजी एवं उर्दू विषय लगाये गये है। आज लगभग 12 परीक्षकों ने सेनिटाइजेशन का प्रोटोकाल का पालन करते हुए मूल्याकंन का कार्य प्रारम्भ किया। निरीक्षण के समय कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह, डॉ0 शैलेन्द्र वर्मा सहित अधिकारी उपस्थित रहे।