संविदा डाक्टरों के हवाले जिला अस्पताल की इमरजेंसी

by Next Khabar Team
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-अस्पताल प्रशासन ने लागू की नई व्यवस्था

अयोध्या। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोनावायरस काल में धीरे-धीरे गतिविधियों के पटरी पर आने के बाद एक बार फिर से नई कवायद शुरू हुई है। जिला अस्पताल प्रशासन में दिसंबर माह के लिए इमरजेंसी ड्यूटी का नया शेड्यूल तैयार किया है। इमरजेंसी ड्यूटी का मोर्चा अस्पताल प्रशासन की ओर से संविदा डाक्टरों के हवाले किया गया है। इस बाबत लिखित आदेश सभी को उपलब्ध करा दिया गया है। खास बात यह है कि अभी तक संविदा चिकित्सकों के साथ हर शिफ्ट में एक नियमित चिकित्सक की ड्यूटी हुआ करती थी। जिसको अस्पताल प्रशासन ने खत्म कर दिया है।
पर्याप्त स्टाफ की अनुउपलब्धता के चलते जिला अस्पताल प्रशासन की गतिविधियां ठीक से ढर्रे पर नहीं आ पा रही हैं। जिला अस्पताल में कार्यरत कई सीनियर चिकित्सकों ने राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज बनने के बाद अपनी तैनाती मेडिकल कॉलेज में करवा ली थी। कुछ चिकित्सक अपने अधिवर्षिता आयु पूरी कर रिटायर हो गए हैं तो कुछ का अन्य जगहों पर तबादला हो गया है। कोरोना का हाल में ओपीडी बंद चल रही थी और गतिविधियां ठप थी इसको लेकर सब कुछ एहतियाती व्यवस्था के तहत चल रहा था। प्रदेश सरकार की ओर से ओपीडी शुरू कराए जाने के बाद एक बार फिर से अस्पताल प्रशासन स्वास्थ सुविधाओं को ढर्रे पर लाने के लिए नई कवायद में जुटा हुआ है। इसी के चलते अस्पताल प्रशासन ने दिसंबर माह की ड्यूटी के लिए नया शेड्यूल जारी किया है। पहले से ही संविदा चिकित्सकों की ओर से इमरजेंसी ड्यूटी ज्यादा लिए जाने की शिकायत हो रही थी। इसको दरकिनार करते हुए अस्पताल प्रशासन ने संविदा चिकित्सकों पर इमरजेंसी का बोझ और भी बढ़ा दिया है।
जारी शेड्यूल के मुताबिक जहां नियमित चिकित्सकों की ड्यूटी चंद दिनों के लिए लगाई गई है वही संविदा चिकित्सक डॉ आशीष पाठक और डॉक्टर अजय तिवारी को 17-17, डॉ वीरेंद्र वर्मा को 19 और डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार को एक माह में 7 दिन की ड्यूटी आवंटित की गई है। ड्यूटी चार्ट के मुताबिक डॉ आशीष पाठक को माह में 3 दिन मॉर्निंग शिफ्ट, 6 दिन इवनिंग शिफ्ट और 8 दिन नाइट शिफ्ट, डॉ अजय तिवारी को 6 दिन मॉर्निंग, 5 दिन इवनिंग और 6 दिन नाइट, डॉ वीरेंद्र वर्मा को 6 दिन मार्निंग, 4 दिन इवनिंग और 9 दिन नाइट तथा डॉ धर्मेंद्र कुमार को 2 दिन मॉर्निंग, 3 दिन इवनिंग और 2 दिन नाइट शिफ्ट की ड्यूटी आवंटित की गई है।

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इतिहास से आशंकित संविदा चिकित्सक

-जिला अस्पताल के इमरजेंसी और विवादों का पुराना नाता रहा है। समय-समय पर चर्चित विवाद सामने आते रहे हैं। बाता कहनी और नोकझोंक तथा आरोप के अलावा कभी-कभी तो नॉबत मारपीट तक पहुंच जाती है। अभी एक अधिवक्ता के मौत मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा में मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया है। कुछ दिन पूर्व ही जनौरा के एक प्रकरण को लेकर विवाद और अभद्रता हुई थी। इमरजेंसी के विवादों के पुराने इतिहास को लेकर ड्यूटी करने वाले संविदा चिकित्सक आशंकित और सहमे हैं। उनका कहना है कि ड्यूटी तो वह कर देंगे लेकिन उनकी सुरक्षा और सम्मान की रक्षा कौन करेगा।
संविदा चिकित्सक डॉ आशीष पाठक और डॉक्टर अजय तिवारी ने बताया कि अभी तक हर शिफ्ट में इमरजेंसी में प्रत्येक शिफ्ट में नियमित चिकित्सकों के साथ संविदा चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जाती थी। इससे दुर्घटना विवाद और बीमारी के चलते आपातकाल में आने वाले मरीजों को हैंडल करने में भी मदद मिलती थी और नियमित चिकित्सा का सहयोग और मार्गदर्शन मिलता रहता था। नई व्यवस्था में काम का बोझ बरकरार रहने के बावजूद ड्यूटी पर अकेला कर दिया गया है। गौरतलब है कि इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान विवाद को लेकर ही प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ जिला प्रशासन को सुरक्षा को लेकर ज्ञापन दे चुका है।

मेडिको लीगल के लिए भी लागू हुआ काल सिस्टम

जिला अस्पताल में अभी तक रोगी के गंभीर होने और सर्जरी की जरूरत होने पर ही विशेषज्ञ चिकित्सकों तथा सर्जन को कॉल किया जाता था, लेकिन यह कॉल सिस्टम अब जिला अस्पताल प्रशासन ने मेडिकोलीगल के मामले में भी लागू करने का फैसला किया है। एक दिसंबर से शुरू हो रही नई व्यवस्था में मेडिको लीगल से जुड़े केसों में ड्यूटी में लगाए गए नियमित चिकित्सक को फोन करके बुलाना पड़ेगा। जिला अस्पताल की व्यवस्था से जुड़े लोगों का कहना है कि इमरजेंसी आने वाले काफी मामले ज्यादा गंभीर होते हैं। जिनमें तत्काल वरिष्ठ चिकित्सक तथा विशेषज्ञ की जरूरत होती है। कॉल सिस्टम में चिकित्सक को आने में समय लगेगा इसके चलते विवाद बढ़ने तथा समस्या खड़ी होने की आशंका है। नई व्यवस्था के तहत अस्पताल प्रशासन में मेडिको लीगल के लिए सोमवार को दिन में डॉक्टर रजत चौरसिया, रात में डॉक्टर बी पी सिंह, मंगलवार को डॉ रामकिशोर व डॉ विपिन वर्मा, बुधवार को डॉ गंगाराम गौतम व डॉ एके सिन्हा, गुरुवार को डॉ एके वर्मा और डॉ आशीष श्रीवास्तव, शुक्रवार को डॉ राजेश सिंह व डॉ सादिक, शनिवार को डॉ आशीष श्रीवास्तव व डॉक्टर आरबी वर्मा की ड्यूटी लगाई है। रविवार को सुबह 8ः00 से शाम 8ः00 बजे तक ही मेडिकोलीगल होगा। पहले रविवार को डॉ राजेश, दूसरे को डॉ विजय और तीसरे रविवार को डॉ अजय चौरसिया, चौथे को डॉ विपिन वर्मा व अंतिम पांचवे रविवार को डॉक्टर बी पी सिंह यह काम देखेंगे। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल के पास उपलब्ध स्टाफ को देखते हुए यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी को कार्य के दौरान कोई शिकायत या समस्या आ रही है तो तत्काल उन को सूचित करें। मौजूदा समय में स्टाफ की कमी है शासन और मुख्यालय को डिमांड भेजी गई है। अभी नई व्यवस्था शुरू होकर चलने दीजिए। अगर जरूरत पड़ी तो इसमें कुछ सुधार कर लिया जाएगा।

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