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अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर (Milkipur Bypoll) सीट पर उपचुनाव का ऐलान हो गया है। पिछले साल जून से ही खाली पड़ी इस सीट पर चुनाव का इंतजार मंगलवार को चुनाव आयोग ने खत्म कर दिया है। यहां पर वोटिंग 5 फरवरी को होगी और नतीजा 8 फरवरी को आएगा। सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने यहां जीत दर्ज करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है। यहां पर दिल्ली विधानसभा के साथ ही चुनाव होगा।
यूपी की मिल्कीपुर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद से सीट खाली पड़ी हुई है। उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर हाल ही में उपचुनाव संपन्न हुए हैं। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट का मामला कोर्ट में होने के कारण चुनाव नहीं हो पाया था। भाजपा और सपा दोनों ने ही यहां पर पूरी ताकत झोंकी हुई है।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर चुनावों का एलान हो गया है। दिल्ली में एक चरण में पांच फरवरी को मतदान होगा। आठ फरवरी को मतगणना होगी।
अयोध्या. अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की तारीख का ऐलान मंगलवार को हो सकता है. चुनाव आयोग दोपहर दो बजे दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. इसी के साथ ही मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की भी घोषणा हो सकती है. चुनाव याचिका की वजह से इस सीट पर पिछली बार उपचुनाव की घोषणा नहीं हो सकी थी. बीजेपी प्रत्याशी द्वारा याचिका वापस लेने के बाद उपचुनाव का रास्ता साफ हो चुका है.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद के फैज़ाबाद सीट से लोकसभा सानसद निर्वाचित होने के बाद यह सीट खाली हुई थी. इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को प्रत्याशी बनाया हुआ है. अयोध्या की फ़ैजाबाद लोकसभा सीट पर मिली हार के बाद बीजेपी के लिए यह सीट अब प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी है. यही वजह है कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सीट की जिम्मेदारी ली है.
चुनाव आयोग मंगलवार ( 7 जनवरी 2025) को दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीख की एलान कर सकता है. चुनाव आयोग ने इस संबंध में मंगलवार को दोपहर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है.
समझा जा रहा है कि चुनाव आयोग इसमें दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है. इससे पहले फरवरी महीने में दिल्ली के चुनाव होने के कयास लगाए जाते रहे हैं.
दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. माना जा रहा है कि चुनाव को एक ही चरण में संपन्न करवाया जा सकता है. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 15 फरवरी 2025 को समाप्त होने वाला है.
बीजेपी दिल्ली में लगातार छह बार चुनाव हार चुकी है. इस बार वो चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है.