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अवैध शराब बेचने से किया मना तो दरोगा ने पिता-पुत्र को पीटा

सीओ ने दर्ज किया बयान, कहा मिलेगा न्याय

अयोध्या। अवैध शराब से नाता तोड़ने का पुलिसिया खामियाजा एक परिवार को भुगतना पड़ रहा है। लगभग एक साल पहले अवैध शराब निर्माण और बिक्री बंद कर चुके ग्राम सोनेडाड निवासी विजय नारायन को पुलिस चौकी गयासपुर के उप निरीक्षक संजय सिंह व उनके हमराहियों ने पूरे परिवार को पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। वृद्ध विजय नारायन के एक हाथ में जहां फ्रेक्चर हो गया है वहीं आंख पूरी तरह सूज आयी है जिससे वह देख नहीं पा रहा है।
मामला तारून थाना क्षेत्र अन्तर्गत पुलिस चौकी गौरा गयासपुर के ग्राम सोने डांड का है। बुधवार की रात लगभग 11.30 बजे सोने डांड स्थित मूलचन्द निषाद के घर एसआई संजय सिंह अपने हमराहियों के साथ पहुंचे दरवाजा खोलवाया और मूलचन्द को बाहर घसीटकर सभी लोग लात घूसों से पीटने लगे। मूलचन्द की पत्नी जब बचाने दौड़ी तो उप निरीक्षक ने उसे धक्का देकर गिरा दिया। पिता विजय नारायन भी अपने पुत्र को बचाने पहुंचे तो उनको भी पुलिस पीटने लगी और गम्भीर चोट पहुंचाया।
पीड़ित मूलचन्द का कहना है कि हमलोग पहले अवैध शराब का निर्माण करते थे इस अवैध करोबार से हमारे परिवार ने नाता तोड़ लिया है परन्तु दरोगा संजय सिंह का कहना है कि मुझे हर महीने पैंसा चाहिए शराब बनाओ या न बनाओ। महीना वसूली के लिए ही संजय सिंह उत्पीड़ित कर रहे हैं जिसकी शिकायत ऑनलाइन आईजीआरएस से की गयी। एसएसपी के निर्देश पर सीओ बीकापुर अरविन्द चौरसिया ने शिकायत की जांच किया था। जिस उत्पीड़न की शिकायत की गयी थी वह 21 दिसम्बर 2018 का था। जांच में दोषी दरोगा को क्लीन चिट दे दी गयी थी।
पीड़ित ने बताया कि इस ताजा मामले की भी शिकायत जिलाधिकारी और एसएसपी से की गयी है। गम्भीर रूप से चोटिल विजय नारायन का इलाज जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है तथा उसके पुत्र का भी इलाज बिना भर्ती किये चल रहा है। गुरूवार को एसएसपी के आदेश के बाद सीओ अरविन्द चौरसिया जिला चिकित्सालय आये और पिता पुत्र का बयान दर्ज किया। सीओ ने पीड़ित को आश्वासन दिया कि उसे न्याय मिलेगा।

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