दवा पार्ची काउंटर पर बाहर से दवा लेने की तीमारदारों के पास मिली पर्चियां

अयोध्या। सरकारी जिला चिकित्सालय अयोध्या का सोमवार को लगभग दोपहर 1 बजे जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान काउंटर नम्बर 4 जहां दवा वितरित की जाती है पर पहुंचे जिलाधिकारी ने वहां मौजूद मरीजों व तीमारदारों से पूंछा कि क्या बाहर से दवा लेने के लिए पर्ची लिखी गयी है। लगभग दो दर्जन पर्चियां तीमारदारों के पास से बरामद हुईं जिसमें डाक्टर ने बाहर से दवा लेने के लिए लिखा हुआ था। यह देखकर डीएम की त्योंरियां चढ़ गयीं और उन्होंने उन पर्चिओ के पूरे व्योरे की सूची तैयार करायी और रूख डाक्टरों के कक्षों की ओर किया। सबसे पहले वह सीनीयर फिजीशियन डा. सत्येन्द्र कुमार सिंह के कक्ष में पहुंचे क्योंकि सर्वाधिक बाहर से दवा लेने की पर्ची उन्हीं के द्वारा लिखी पायी गयी। डीएम ने डा. सिंह को फटकार लगाते हुए उन्हें दलाल और चोर तक कह डाला। इसके बाद उन्होंने आर्थो कक्ष का रूख किया जहां उन्हें डा. आशीष श्रीवास्तव व डा. जी.सी. पाठक मौजूद मिले। पूंछतांछ के बाद जिलाधिकारी दोनों चिकित्सकों के जबाब से संतुष्ट दिखे। कक्ष संख्या 14 में डा. नानक सरन मिले जिनके द्वारा भी बाहर से दवा लिखे जाने की पर्चियां मिली थीं। डीएम ने डा. नानक सरन को भी चोर दलाल शब्दों से सम्बोधित किया और लताड़ा। यही हाल उन्होंने डा. आर.पी. राय के साथ भी किया। एक्सरे कक्ष पहुंचने पर वहां मौजूद मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि कक्ष के लिपिक ने एक्सरे कराने के लिए 50-50 रूपया वसूला है। डीएम ने कक्ष को अन्दर से बंद करवा दिया और एक्सरे टेक्नीशियन तथा लिपिक के साथ क्या किया यह तो ज्ञात नहीं हुआ परन्तु बाहर खड़े लोगों को ऐसी आवाजें आयीं जैसे किसी की पिटाई की जा रही हो।
जिलाधिकारी ने आर्थो सर्जिकल वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, व फीमेल सर्जिकल वार्ड में जाकर मरीजों से हालचाल पूंछा परन्तु तबतक चिकित्सालय के स्टाफ ने मरीजों को इतना डरा धमका दिया था कि यदि किसी तरह की शिकायत किया तो खैर नहीं होगी। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा. ए.के. राय को भी जमकर लताड़ा और कहा कि सुधर जाओ नहीं तो कड़ी कार्यवाही करूंगा। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरिओम श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद पत्रकारों को उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय के सम्बंध में लिखित शिकायतें मिली थीं जिसके आधार पर औचक निरीक्षण किया गया और शिकायतें सही पायी गयीं। दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।