-वार्ड में भर्ती मरीजों से पूछा कुशल क्षेम
अयोध्या। शनिवार को मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं के बाबत जानकारी हासिल की। साथ ही मिली कुछ खामियों को जल्द से जल्द दुरुस्त कराने के लिए अस्पताल प्रशासन को निर्देशित भी किया।
मंडलायुक्त ने कहा कि शासन के निर्देश पर अस्पतालों में मरीजों व उनके तीमारदारों को मिल रही चिकित्सकीय सुविधाओं को परखने के लिए लगातार निरीक्षण किया जाता है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था सही है। अस्पताल में मैन पवार की कमी होने के कारण कुछ दिक्कतें हैं, उसे अस्पताल प्रशासन की ओर से व्यवस्थित कर काम चला रहा है। अस्पताल में इन कमियों को दूर करने के लिए स्थाई समाधान कराने को लेकर शासन स्तर से पत्राचार किया जाएगा। वहीं अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर रहे चिकित्सक के सेवानिवृत्त होने के बाद मरीजों को अल्ट्रासाउंड व सिटी स्कैन कराने में परेशानियां उठानी पड़ रही हैं, जल्द की इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाया जाएगा।
श्रीराम चिकित्सालय में एक जनरल सर्जन, जिला अस्पताल में दो फिजीशियन की तैनाती
अयोध्या। डाक्टरों की कमी से जुझ रहे स्वास्थ्य विभाग को तीन नये डाक्टर मिले हैं। जम्मू कश्मीर निवासी जनरल सर्जन की तैनाती रामनगरी के श्रीराम चिकित्सालय और दो जनरल फिजीशियन की तैनाती जिला अस्पताल में हुई है। प्रदेश शासन के चिकित्सा अनुभाग के विशेष सचिव धीरेंद्र सिंह सचान ने अपर निदेशक स्वास्थ्य को पत्र भेजकर दो जनरल सर्जन की तैनाती की सूचना दी है।
जिसमें एक को लखनऊ तथा जम्मू कश्मीर के मनोरमा बिहाल तालाब तिल्लोधोरी निवासी डॉ. राहुल भान को श्रीराम चिकित्सालय और कुल नियुक्त दस जनरल फिजीशियन में से दो इलाहाबाद शम्सनगर करैली निवासी डॉ. हुमा फिरदौस और पड़ोसी जनपद बस्ती के गांव घिरौली अमरोहा खास निवासी डॉ. राहुल सिंह को जिला चिकित्सालय पुरूष में तैनात किए जाने की सूचना दी है। पत्र में कहा गया है कि इन सभी की तैनाती दो साल के परिवीक्षा पर की गई है। अपर निदेशक स्वास्थ्य मंडलीय चिकित्सा परिषद से इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कराएंगे।
ड्यूटी के दौरान किसी को प्राइवेट प्रैक्टिस की अनुमति नहीं होगी। मंडल के अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शासन का पत्र मिला है। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए मंडलीय चिकित्सा परिषद का गठन किया गया है। सभी विधिक कार्रवाई जल्द से जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया गया है।