कर्मचारी कम पर कागजों में अधिक
अयोध्या। सरकार व्यवस्थाओं की चाहे जितने दावे करती हो परन्तु हकीकत विपरीत है। जिला चिकित्सालय की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है और लोगों को गंदगी और प्रदूषण का सामाना करना पड़ रहा है। लखनऊ की प्राइम क्लीनर सर्विसेज को सफाई की जिम्मेदारी सौंपी गयी है परन्तु कम सफाई कर्मियों द्वारा कार्य कराया जा रहा है और प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. ए.के. राय की मिलीभगत से अधिक सफाई कर्मी कागजों मंें दर्शाकर उनके नाम पर धनराशि का आहरण कर लिया जा रहा है। कम सफाई कर्मचारियों के कारण ही ओपीडी से लेकर तमाम शौंचालयों में गंदगी का अम्बार देखा जा सकता है। रोज वार्डों में सफाई के बाद रूम स्प्रे का छिड़काव होना चाहिए परन्तु यह कार्य केवल कागजों तक सीमित होकर रह गया है। दूसरी ओर चिलचिलाती गर्मी के बावजूद जनरल वार्ड में जो कूलर लगा हुआ है वह भी सफेद हाथी बना हुआ है कूलर का ढ़ांचा तो है परन्तु व मोटर व पंखा बिहीन है। वार्ड में भर्ती मरीजों ने बताया कि कूलर की व्यवस्था न होने से गर्मी में बहुत परेशानी हो रही है। जिन वार्डों में कूलर सही हालत में है वहां भी उसमे पानी नहीं भरा जाता जिसके कारण वह शीतल हवा देने के बजाय गर्म हवा फेंक रहा है जिससे मरीजों की परेशानी और बढ़ गयी है।