-दुकानें बंद करके व्यापारियों ने किया प्रदर्शन, सीओ अयोध्या पर प्रसाद विक्रेता की पिटाई और सिर फोड़ने का आरोप
अयोध्या। हनुमानगढ़ी क्षेत्र में शुक्रवार को दर्शन की कतार में लगे श्रद्धालुओं को प्रसाद और पानी की बोतल बेंच रहे प्रसाद विक्रेताओं को पुलिस के कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा। पिटाई से एक को चोट आई तो उसके भाई का सिर फैट गया। मामले को लेकर हनुमानगढ़ी क्षेत्र से लेकर जिला अस्पताल तक हंगामा हुआ। नाराज दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर धरना-प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने समझा बुझा और भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ती न होने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया है।
रामजन्मभूमि थाना के हनुमानगढ़ी क्षेत्र स्थित कटरा निवासी प्रसाद विक्रेता विजय कुमार का आरोप है कि सीओ अयोध्या ने भक्ति पथ पर उनको लड्डू और पानी की बोतल हटाने को कहा तो उन्होंने हटा दिया। इसी दौरान कतार में लगा एक श्रद्धालु बेहोश हो गया तो उन्होंने श्रद्धालु को पानी और ग्लूकोज पिलाया। इसके बाद सीओ अयोध्या उनको गली में ले गए और ताबड़तोड़ थप्पड़ बरसाना शुरू कर दिया।
बीचबचाव करने पहुंचे भाई अजय कुमार के सिर पर डण्डे से वार कर दिया, जिससे उनका सिर फट गया। घटना के विरोध में हनुमान गढ़ी की सभी प्रसाद की दुकानों को व्यापारियों ने बंद कर दिया और प्रदर्शन करते हुए पुलिस के विरोध में नारेबाजी करने लगे। मौके की नजाकत भांप पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पंहुचे और मन-मनुव्वल शुरू की।
एडीएम ने दिया पुनरावृत्ति न होने का आश्वासन
चार घंटे चली मशक्क्त के बाद एडीएम ने पुलिस की गलती के लिए दुःख जताया और फिर ऐसी घटना न होने का आश्वासन दिया ,जिसके बाद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा शांत हुआ और स्थानीय संतों के हस्तक्षेप से दुकाने फिर से खुलीं। विरोध प्र्दर्श्शन करने वाले व्यापारियों का आरोप है कि दर्शन के लिए कतार को लेकर की गई बैरिकेटिंग से श्रद्धालु दुकानों पर प्रसाद खरीदने नहीं जा पाते। विक्रेता उनको कतार के किनारे से प्रसाद और पानी की बोतल उपलब्ध कराते हैं। दोपहर इसी बात को लेकर सीओ अयोध्या नाराज हो गए और अपना आपा खो दिय और पिटाई की। मामले की जानकारी पर व्यापारियों का समूह एकत्रित हो गया और सभी ने क्सझेत्र की प्रसाद की दुकानों को बंद करवा दिया और पुलिस के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करने लगे।
समाजवादी व्यापार सभा के नेता नंदकुमार गुप्ता का कहना है कि बंदिशों से व्यापारी और आम जनजीवन परेशान है। दुकान पर सामन नहीं पहुंच पा रहा। प्रशासन को चाहिए कि व्यापारियों के साथ बैठक कर निदान निकालें, नहीं तो टकराव की नौबत आती रहेगी। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि वर्तमान में भीड़ नियंत्रण सबसे बड़ी प्राथमिकता है। कुछ दुकानदार श्रद्धालुओं की कतार में घुसकर प्रसाद बेंच रहे थे । शिकायत पर रोका गया तो व्यापारियों को पुलिस के प्रति गफलत हो गई और विरोध करने लगे। बातचीत के बाद मामला सुलझ गया है।